विदर्भ की कुछ सीटों पर कांग्रेस-उद्धव ठाकरे गुट में तकरार, संजय राउत बोले- राहुल गांधी से बात करूंगा
Maharashtra Election 2024: शिवसेना यूबीटी का कहना है कि लोकसभा में अमरावती और रामटेक सीटें कांग्रेस के लिए उन्होंने छोड़ी थी, इसलिए विदर्भ में चार से पांच सीटें शिवसेना यूबीटी को मिलनी चाहिए.
Maharshtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी के बीच सीट शेयरिंग का मामला सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. कई सीटें ऐसी हैं जिन पर गठबंधन की तीनों सीटें अपना-अपना दावा कर रही हैं. इस बीच विदर्भ की कुछ सीटों को लेकर कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी के बीच तकरार की बात सामने आई है. दोनों दलों के बीच 20 से 25 सीटों पर मतभेद है, जिसमें विदर्भ की सीटों पर सबसे ज्यादा पेंच फंसा हुआ है, यहां सबसे ज्यादा सीटें शिवसेना ठाकरे गुट और कांग्रेस के पास हैं.
शिवसेना यूबीटी का कहना है कि लोकसभा में अमरावती और रामटेक सीटें कांग्रेस के लिए उन्होंने छोड़ी थी, इसलिए विदर्भ में चार से पांच सीटें शिवसेना यूबीटी को मिलनी चाहिए. ठाकरे गुट का कहना है कि विदर्भ में उनकी पार्टी बढ़ाने के लिए वहां लड़ना जरूरी है.
जल्द निपटे सीट शेयरिंग का मामला- उद्धव गुट
वहीं कांग्रेस नेताओं ने महाविकास अघाड़ी में खाली सीटों की लिस्ट हाईकमान को भेजी है. इसके अलावा उद्धव गुट ने कांग्रेस हाईकमान से चर्चा की है. शिवसेना यूबीटी का कहना है कि चुनाव प्रचार के लिए समय कम है, इसलिए खाली सीटों का मुद्दा तुरंत खत्म किया जाना चाहिए.
राहुल गांधी से करूंगा बात- संजय राउत
इस बीच शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने कहा, "मैंने सुबह मुकुल वासनिक से बात की है. आज मैं राहुल गांधी से भी बात करूंगा और सीट बंटवारे को लेकर लंबित फैसले में तेजी लाई जाएगी. कई सीटों पर फैसले हो चुके हैं. कुछ सीटें ऐसी हैं, जिन पर फैसला नहीं हो पा रहा है. कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना गठबंधन में हैं, समाजवादी पार्टी, पीडब्लूयडी भी हैं.
'कई सीटों पर तीनों दल कर रहे दावा'
संजय राउत ने आगे कहा, "महाराष्ट्र के ज्यादातर नेता फैसले लेने में सक्षम नहीं हैं. उन्हें बार-बार सूची दिल्ली भेजनी पड़ती है. अब वह समय निकल चुका है. हम चाहते हैं कि यह फैसला जल्द से जल्द हो. एनसीपी और शिवसेना के बीच कोई बड़ा मतभेद नहीं है, कांग्रेस में भी नहीं है लेकिन कुछ सीटें ऐसी हैं, जिन पर तीनों पार्टियां दावा करती हैं. महाराष्ट्र में नाना पटोले हमारे सहयोगी हैं, लेकिन कुछ सीटों पर समस्या है, इसे सुलझा लिया जाएगा."
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