Maharashtra Politics: अजित गुट और शरद पवार के पास कितने विधायक? NCP में टूट के इतने दिन बाद भी क्यों साफ नहीं हो रही तस्वीर
Maharashtra Politics: एनसीपी में टूट के इतने दिन बाद भी कितने विधायक शरद पवार के साथ और कितने विधायक अजित पवार के साथ हैं, ये तस्वीर अभी तक साफ नहीं हुई है. इसपर अब मनसे नेता ने प्रतिक्रिया दी है.

Raju Patil on Sharad Pawar: महाराष्ट्र की राजनीति में एनसीपी में टूट के बाद जबरदस्त घमासान देखने को मिला था. अजित पवार ने शरद पवार का साथ छोड़ दिया और महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ कई विधायक भी शरद पवार का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ चले आये. राजनीति में हर पार्टी की एक विचारधारा होती है. सबकी राजनीति उसी हिसाब से चलती है. लेकिन अगर आप एनसीपी को देखें तो अजित पवार किसी भी स्तर पर चले जाते हैं.
अजित पवार बीजेपी के साथ हैं. अगर सत्र होता भी है तो यह पता नहीं चलता कि शरद पवार गुट के पास कितने विधायक हैं और अजित पवार गुट के पास कितने विधायक हैं. यानी यह समझ नहीं आ रहा है कि कितने एनसीपी विधायक सत्ता में हैं और कितने विधायक विपक्ष में हैं. एमएनएस (MNS) विधायक राजू पाटिल ने कहा, यह शरद पवार की राजनीति है.
राजू पाटिल ने किया राहुल गांधी का समर्थन?
राजू पाटिल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी समर्थन किया. उन्होंने कहा, मैं राहुल गांधी का भाषण देख रहा था. भाषण के बाद राहुल ने इशारा किया. मुझे नहीं लगता कि यह फ्लाइंग किस था. मणिपुर में महिलाओं पर अत्याचार का विषय चल रहा था. राजू पाटिल ने कहा कि मेरी निजी राय में यह मुद्दे को भटकाने के लिए बीजेपी महिला सांसदों द्वारा लगाया गया गंदा आरोप है.
राजू पाटिल ने क्या कहा?
इस दौरान उन्होंने पत्रकार की पिटाई का विरोध भी किया. पाटिल ने कहा, पिछली सरकार और वर्तमान सरकार पुलिस व्यवस्था का दुरुपयोग कर इसे पार्टी में शामिल होने का मापदंड बना रही है. जबकि ये सब हो रहा है, पार्टी की आलोचना होने पर कार्यकर्ताओं को पीटा जा रहा है. अगर कोई दूसरा कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर बोलता है तो उसकी पिटाई की जा रही है. अब पत्रकारों का भी समय आ गया है. यह एक गंभीर मामला है. पत्रकारों को भी इन बातों का विरोध करना चाहिए. राजू पाटिल ने कहा, चाहे कोई भी पार्टी हो, ऐसी चीजें बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए.
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