महाराष्ट्र में एक बार फिर किसान आंदोलन, नागपुर बॉर्डर पर रोका, CM के घर की सुरक्षा बढ़ाई गई
Maharashtra Farmers Protest: महाराष्ट्र में, बच्चू कड़ू के नेतृत्व में किसान कर्ज माफी और फसलों के उचित मूल्य की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. नागपुर में 'यलगार मार्च' के कारण सड़कें जाम हो गई हैं.

महाराष्ट्र में किसान कर्ज माफी की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन कर रहे हैं. किसान यलगार मार्च निकाल रहे हैं. प्रदर्शन के बीच नागपुर से हैदराबाद, नागपुर से जबलपुर और रायपुर जाने वाली सड़कें मंगलवार (28 अक्टूबर) की शाम 5.00 बजे से ही जाम कर दी गई हैं. सड़कों पर हजारों वाहन फंसे हैं.
महाराष्ट्र में किसान आंदोलन प्रहार जन शक्ति पार्टी के नेता और भूत पूर्व मंत्री व विधायक बच्चू कड़ू के नेतृव में हो रहा है. उनकी पार्टी भी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. बच्चू कडू के नेतृत्व में किसानों का नागपुर तक यलगार मार्च निकाला जा रहा है.
#WATCH | Nagpur, Maharashtra: Former minister and Prahar Party leader Bacchu Kadu arrives in Nagpur with thousands of farmers, demanding immediate, unconditional loan waivers for debt-ridden farmers.
— ANI (@ANI) October 28, 2025
The protesters allege that despite repeated assurances, the government has… pic.twitter.com/EaTEeGkiEZ
नागपुर में सीएम के घर की सुरक्षा बढ़ाई गई
आंदोलनकारी किसान अमरावती से चलकर नागपुर तक पहुंचे हैं. इस मार्च को पुलिस ने नागपुर के बॉर्डर पर रोका है और नागपुर में सीएम के घर की सुरक्षा बढ़ा दई गई है. किसानों की मांग है कि उनका कर्ज माफ किया जाए, फसलों के नुकसान की भरपाई हो और फसलों की कीमत एमएसपी से 20 प्रतिशत बढ़ाकर दी जाए.
'मांगें पूरी होने तक नहीं छोड़ेंगे नागपुर'- बच्चू कडू
अमरावती के चंदुरबाजार से शुरू हुए इस मार्च में शामिल लोगों ने मंगलवार रात को वर्धा में विश्राम किया और फिर नागपुर पहुंचे. कडू ने आंदोलन से पहले कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राजस्व मंत्री और 38 विभागों के सचिवों के साथ बैठक के लिए निमंत्रण मिला है.
कडू ने कहा था कि वह अपने समर्थकों के साथ चर्चा के बाद बैठक में भाग लेने के बारे में निर्णय लेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि केवल बातचीत के वादे पर आंदोलन समाप्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने घोषणा की कि जब तक सरकार किसानों को पूर्ण ऋण माफी प्रदान करने के लिए ठोस निर्णय नहीं लेती, तब तक प्रदर्शनकारी नागपुर नहीं छोड़ेंगे.
Source: IOCL























