'महाराष्ट्र में यह परंपरा रही है कि...', MVA के CM फेस पर पृथ्वीराज चव्हाण ने साफ कर दिया कांग्रेस का रुख
Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि 2019 में उद्धव ठाकरे को इसलिए सीएम बनाया गया था क्योंकि गठबंधन में सबसे ज्यादा उनकी सीटें थीं.
Maharashtra News: महाविकास अघाड़ी (MVA) में सीट साझेदारी का फॉर्मूला तय नहीं हुआ है लेकिन जीत दर्ज करने पर सीएम कौन होगा, इसको लेकर कांग्रेस और शिवसेना-यूबीटी का लगातार बयान आ रहा है. अब इस मसले पर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan) ने कहा कि महाराष्ट्र में यह परंपरा रही है कि जो चुनाव बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है उसका सीएम बनता है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कौन सीएम चेहरा होगा इसपर फैसला पार्टी नेतृत्व को करना है.
पृथ्वीराज चव्हाण ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि तीन पार्टनर मिलकर महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. महाराष्ट्र में 1999 से यह परंपरा रही है कि जो सबसे बड़ी पार्टी रहती है उसका सीएम बनता है. 2019 में हमने उद्धव ठाकरे को इसी फॉर्मूले के मुख्यमंत्री बनाया था.
बालासाहेब थोराट के बयान ने बढ़ाई टेंशन!
पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस की ओर से सीएम का चेहरा कौन होगा यह मैं नहीं कह सकता. यह तय करना पार्टी हाईकमान का काम है. राहुल गांधी जी तय करेंगे. पृथ्वीराज की ओर से यह बयान तब सामने आया है जब महाविकास अघाड़ी में सीएम के चेहरे को लेकर रार की स्थिति है क्योंकि हाल ही में कांग्रेस के बड़े नेता बालासाहेब थोराट ने एकतरह से सीएम पद पर दावा ठोकते हुए कहा था कि उन्हें 100 प्रतिशत यकीन है कि राज्य का अगला सीएम कांग्रेस से ही होगा. उन्होंने कहा था कि हर पार्टी का नेता और कार्यकर्ता चाहता है कि उनकी पार्टी का सीएम बने.
शरद पवार की क्या है राय?
जबकि उद्धव ठाकरे गुट से यह बयान आया था कि महाविकास अघाड़ी की पार्टियों को आगे आकर सीएम का चेहरा पेश करना चाहिए. हालांकि महाविकास अघाड़ी के अहम घटक दल एनसीपी-एसपी नेता शरद पवार ने हाल ही में कहा था कि किसी भी पार्टी को यह सोचने का अधिकार है कि वह राज्य में बड़ी पार्टी बन सकती है और सीएम पद का दावा कर सकती है. शरद पवार ने यह भी कहा था कि चुनाव के बाद सीएम के चेहरे पर फैसला किया जा सकता है.
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