नितेश राणे पर कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ का बड़ा बयान, कहा- 'उन्हें धर्म का...'
Maharashtra News: राज ठाकरे के बयान का जवाब देते हुए नितेश राणे ने कहा कि स्कूल बंद करने की बजाय मदरसे बंद कर डालो, मदरसे में कोई पढ़ाई नहीं करवाई जाती, वहां कोई मराठी नहीं सिखाता.

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने मदरसे और मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया. वहीं अब राणे पर कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने निशाना साधा है.
नितेश राणे के बयान पर कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा, "हमने पहले ही उनके इस्तीफे की मांग कर दी है क्योंकि हमारा मानना है कि नितेश राणे को धर्म की समझ ही नहीं है. न ही उन्हें इस देश का संविधान समझ में आता है.
'धर्म का ठीक से अध्ययन करें राणे'
वर्षा गायकवाड़ ने आगे कहा, "मैं उनसे कहना चाहूंगी कि उन्हें हिंदू धर्म का ठीक से अध्ययन करना चाहिए. हर धर्म मानवता, सद्भाव और दूसरे धर्मों के प्रति सम्मान सिखाता है."
'संविधान ने सभी को उनके अधिकार दिए'
इसके अलावा उन्होंने कहा, "राज्य सरकार की भूमिका यह सुनिश्चित करने की होनी चाहिए कि सभी समुदाय एक साथ आगे बढ़ें, राज्य की प्रगति के लिए सभी को साथ मिलकर चलना होगा. देश के संविधान ने सभी को उनके अधिकार दिए हैं.
'भाषा के नाम पर पीटना सही नहीं'
गायकवाड़ ने ये भी कहा, "महाराष्ट्र में रहने वाले लोग मराठी का सम्मान करते हैं, हम हिंदी का भी सम्मान करते हैं. हमें सभी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए, लेकिन किसी एक भाषा को थोपना गलत है. इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए, किसी को पीटना नहीं चाहिए."
बंद होने चाहिए मदरसे- नितेश राणे
बता दें कि शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए नितेश राणे ने कहा, "स्कूल बंद करने की बजाय मदरसे बंद कर डालो, मदरसे में कोई पढ़ाई नहीं करवाई जाती, वहां कोई मराठी नहीं सिखाता. वहां तो उर्दू की सख्ती है."
राणे ने आगे कहा, "मदरसों में आतंकवाद सिखाया जाता है. सरकार को कुछ महीने पहले बुलढाणा में यमन के नागरिक मिले थे. कई मदरसों में तलवारें मिलती हैं, जिलेटिन मिलते हैं." उन्होंने ये भी कहा कि मदरसों में ये पढ़ाया जाता है कि हिंदुओं को कैसे खत्म करना है.
Source: IOCL

























