Malegaon Blast: मालेगांव ब्लास्ट केस के फैसले पर श्रीकांत शिंदे का बड़ा बयान, 'वोट बैंक के राजनीति के कारण...'
Malegaon Blast Case Verdict: NIA कोर्ट द्वारा मालेगांव केस में सभी आरोपियों को बरी किए जाने पर शिवसेना MP श्रीकांत शिंदे ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि 'कांग्रेस को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए.'

2008 मालेगांव विस्फोट मामले में NIA कोर्ट द्वारा सभी सातों आरोपियों को बरी कर दिया गया है. अब इस मामले पर शिवसेना (शिंदे गुट) सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने तीखा बयान दिया है.
उन्होंने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के उस बयान पर उन्हें घेरा है जिसमें उन्होंने पहलगाम के आतंकी पाकिस्तान से न हो कर लोकल होने की भी संभावना जताई थी.
क्या पी.चिदंबरम भारतीयों को ही आतंकी कह रहे- श्रीकांत शिंदे
श्रीकांत शिंदे ने कहा कि पी. चिदंबरम, जिन्होंने 'भगवा आतंकवाद' का नैरेटिव गढ़ने का प्रयास किया था, उन्होंने कुछ समय पहले यह भी कहा था कि पहलगाम हमले के पीछे जो हमलावर थे, क्या सबूत है कि वे पाकिस्तान से ही आए थे? क्या वे (पी.चिदंबरम) भारतीय लोगों को ही आतंकवादी कह रहे थे? कांग्रेस को ये सवाल उनसे पूछना चाहिए"
उन्होंने कहा, "आतंकवाद को खत्म ना कर पाने की अपनी नाकामी छिपाने के लिए उन्होंने 'भगवा आतंकवाद' जैसे नैरेटिव को गढ़ने की कोशिश की थी... आज सच लोगों के सामने आया है. ”
कोर्ट के कांग्रेस के मुंह पर तमाचा मारा- श्रीकांत शिंदे
शिंदे ने कहा कि कोर्ट के इस फैसले ने कांग्रेस के मुंह पर तमाचा मारा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने जबरन बयान दर्ज कराए और केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए हिन्दुओं को आतंकी साबित करने की कोशिश की.
उन्होंने कहा, “हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता. भगवा को कलंकित करने की कोशिश की गई. अब जब कोर्ट ने सभी आरोपियों को निर्दोष पाया है, तो कांग्रेस को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए. वोट बैंक के राजनीति के कारण कांग्रेस ने हिन्दू को आतंकी कहा है.”
17 साल बाद आया फैसला
29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में बम विस्फोट हुआ था, जिसमें 6 लोगों की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे. 31 जुलाई 2024 को मुंबई की एनआईए कोर्ट ने इस केस में सभी सातों आरोपियों को बरी कर दिया.
फैसले में कहा गया, “आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और कोई भी धर्म हिंसा की शिक्षा नहीं देता.” कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि अभियोजन पक्ष आरोप सिद्ध करने में असफल रहा.
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Source: IOCL























