Ujjain News: उज्जैन में यूरिया की कमी से किसान परेशान, कृषि विभाग के हाथ खाली
Ujjain News: मध्य प्रदेश के उज्जैन में गेहूं और चने की फसल बोने वाले किसान इस समय यूरिया संकट का सामना कर रहे हैं. प्रशासन का कहना है कि यूरिया की कमी नहीं है, जल्द ही जिले में यूरिया की खेप आ जाएगी.

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में यूरिया को लेकर किसान बेहद परेशान हैं. यूरिया की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. लेकिन कृषि विभाग के हाथ खाली हैं. इस बीच यूरिया की मांग कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसे लेकर किसानों में आक्रोश है.
उज्जैन जिले में किसानों ने गेहूं और चने की फसल बोई है. उन्हें इस समय यूरिया की काफी आवश्यकता है. अगर उज्जैन जिले की बात करें तो यहां पर 7000 मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत है. लेकिन किसानों को यूरिया के लिए अभी कुछ और दिन तक इंतजार करना पड़ सकता है. बरोठी खेड़ा गांव के किसान समरथ के मुताबिक अभी यूरिया की काफी जरूरत है, लेकिन सोसाइटी और अन्य स्थानों पर यूरिया नहीं मिल रही है.
किसानों पर लाठीचार्ज का वीडियो वायरल
वहीं तराना का एक वीडियो वायरल हुआ है. इसमें पुलिस किसानों पर लाठियां भांज रही है. इस मामले में तराना की एसडीएम एकता जायसवाल ने बताया कि यूरिया की कमी नहीं है, मगर किसान जल्दबाजी के चक्कर में परेशान हो रहे हैं. दूसरी तरफ एमपी एग्रो के गोदाम भी खाली पड़े हुए हैं. एमपी एग्रो के कार्यालय के चक्कर काटकर किसान रोज यूरिया के बारे में जानकारी ले रहे हैं. कृषि विभाग के अधिकारी विवेक तिवारी के मुताबिक उज्जैन जिले में 30 हजार मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि 23 हजार मीट्रिक टन यूरिया प्राप्त हो चुका है. अभी 7 हजार मीट्रिक टन यूरिया की और जरूरत है.
उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक किसानों की डिमांड को देखते हुए यूरिया का लिक्विड फॉर्म भी उपलब्ध कराया जा रहा है. यह भी यूरिया की कमी को पूरी करेगा. कलेक्टर के मुताबिक मंगलवार को रतलाम में यूरिया आने की खबर मिली है. रतलाम से उज्जैन जिले की बड़नगर, खाचरोद और महिदपुर तहसील के कुछ गांवों की पूर्ति हो जाती है. इसके अलावा उज्जैन में भी तीन-चार दिनों में यूरिया आने की संभावना है. उन्होंने सलाह दी कि किसानों को जितनी यूरिया की आवश्यकता है, वह उतनी ही यूरिया खरीदें. उन्होंने कहा कि किसान अधिक मात्रा में यूरिया खरीद लेते हैं, इस वजह से कई बार प्रबंधन की दिक्कतें सामने आती हैं. कलेक्टर के मुताबिक उज्जैन जिले में फिलहाल यूरिया की कमी दिखाई नहीं दे रही है.
विपक्षी विधायक का आरोप
वहीं विधायक महेश परमार के मुताबिक तराना में किसानों के साथ पुलिस ने बर्बरता दिखाई. कांग्रेस विधायक महेश परमार के मुताबिक जिला प्रशासन और सरकार यूरिया को मुहैया कराने में नाकाम साबित हुआ है. उन्होंने कहा कि आपसी राजनीति छोड़ कर किसानों को सबसे पहले सभी को यूरिया उपलब्ध कराने की दिशा में काम करना चाहिए.
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Source: IOCL
























