परीक्षा के दौरान भी नहीं थम रहा DJ? उज्जैन में शादी में शामिल होने गए युवक के कान का पर्दा फटा
MP News: मध्य प्रदेश में चल रही परीक्षाओं के चलते बिना अनुमति डीजे बजाने पर रोक है, लेकिन फिर भी डीजे बज रहे हैं. उज्जैन के एक युवक के कान का पर्दा फट गया है.

MP Latest News: मध्य प्रदेश में बिना अनुमति डीजे बजाने पर रोक लगी हुई है, बावजूद इसके डीजे धड़ल्ले से बज रहे हैं. यहां तक कि लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है. उज्जैन के एक युवक के कान का पर्दा तक फट गया, उसका इलाज चल रहा है.
मध्य प्रदेश में इन दिनों बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं. दूसरी तरफ विवाह समारोह का मौसम भी चल रहा है. इस दौरान डीजे का नियम विरुद्ध उपयोग हो रहा है. उज्जैन के रहने वाले पंकज नामक युवक का डीजे की वजह से कान का पर्दा फट गया.
पंकज ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि वह विवाह समारोह में गया था. इस दौरान बारात में शामिल हो गया. बारात में लोग डीजे की धुन पर नाच गाना कर रहे थे. वह डीजे के साथ-साथ चल रहा था. इस दौरान उसके कान पर डीजे का ऐसा प्रभाव पड़ा कि वह अभी तक सुन नहीं पा रहा है. उसने उज्जैन के चिकित्सकों से सलाह ली तो पता चला कि कान का पर्दा फट गया है. इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह सहित मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों के कलेक्टर ने बिना अनुमति डीजे पर प्रतिबंध लगा रखा है. इसके बाद भी डीजे का उपयोग बंद नहीं हो पाया है.
ध्वनि प्रदूषण से कई प्रभाव से कई पीड़ित- डाक्टर
चिकित्सक रौनक एलची के मुताबिक एक निश्चित डेसीबल की ध्वनि को कानों द्वारा श्रवण किया जा सकता है. इसके बाद यदि तेज आवाज कोई भी ध्वनि कानों तक पहुंचती है तो इसका दुष्प्रभाव पड़ता है. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय में डीजे की वजह से कई लोग ध्वनि प्रदूषण का शिकार हुए हैं. लोगों के कानों में आवाज आना बंद हो चुकी है. इसके अलावा कई लोग कम सुनने भी लगे हैं, इतना ही नहीं कान के पर्दे फटने वाली बात भी सामने आ रही है.
नियम विरुद्ध डीजे बजाने पर हो रही है कार्रवाई
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक नियमों का उल्लंघन करने वाले डीजे पर कार्रवाई की जा रही है यदि कोई शिकायत करता है तो उसे पर भी तत्काल कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी आदेश के उल्लंघन का अधिकार नहीं है. उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के मुताबिक डीजे को प्रतिबंध को लेकर आदेश जारी किया गया है.सभी को गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है.
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Source: IOCL
























