इंटरपोल की मदद से झारखंड का फरार अपराधी गिरफ्तार, अजरबैजान से लाया गया भारत
Jharkhand News: झारखंड पुलिस की तीन सदस्यीय टीम 19 अगस्त को सुनील कुमार को लाने के लिए बाकू (अजरबैजान) रवाना हुई और 23 अगस्त को उसे मुंबई एयरपोर्ट लेकर आई.

झारखंड पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है, जहां फरार अपराधी सुनील कुमार को सीबीआई और इंटरपोल की मदद से अजरबैजान से भारत वापस लाया गया है. सुनील कुमार झारखंड पुलिस का वांटेड था और उसके खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज है.
सीबीआई की इंटरनेशनल पुलिस कोऑपरेशन यूनिट ने एनसीबी-बाकू (अजरबैजान) के साथ मिलकर उसकी लोकेशन अजरबैजान में ट्रेस की. इसके बाद 10 अक्टूबर 2024 को इंटरपोल के जरिए रेड नोटिस जारी किया गया और जनवरी 2025 में भारत सरकार ने अजरबैजान को आधिकारिक तौर पर एक्स्ट्राडिक्शन रिक्वेस्ट भेजी.
तीन सदस्यीय टीम अजरबैजान से लाई
19 अगस्त को झारखंड पुलिस की तीन सदस्यीय टीम सुनील कुमार को लाने के लिए बाकू (अजरबैजान) रवाना हुई और 23 अगस्त को उसे मुंबई एयरपोर्ट लेकर आई.
आरोपी पर ये हैं आरोप
झारखंड के रामगढ़ जिले के भदानीनगर थाना क्षेत्र में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, सुनील कुमार पर आरोप है कि उसने व्हाट्सऐप पर धमकी भरे मैसेज भेजकर कारोबारी, कोयला ट्रांसपोर्टर और रेलवे कॉन्ट्रैक्टर से वसूली की धमकी दी.
अमन साहू गैंग से जुड़ा है आरोपी
पुलिस जांच में पता चला कि वो कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू गैंग से जुड़ा हुआ है और नकली नाम मयंक सिंह का इस्तेमाल करता था. उसके खिलाफ अलग-अलग राज्यों में कई मामले दर्ज है.
कुछ सालों में भारत लाए गए 100 से ज्याटा वांटेड अपराधी
सीबीआई बतौर एनसीबी इंटरपोल से लगातार तालमेल कर रही है. इसी कड़ी में पिछले कुछ सालों में 100 से ज्यादा वांटेड अपराधियों को भारत वापस लाया गया है.
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Source: IOCL























