Haryana: कुलगाम में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए लांस नायक नरेंद्र सिंधु, कैथल में हुआ अंतिम संस्कार
Haryana News: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए हरियाणा के सपूत नरेंद्र सिंधु का कैथल के रोहेरा गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए हरियाणा के लांस नायक नरेंद्र सिंधु को बुधवार (10 सितंबर) को उनके पैतृक गांव रोहेरा (जिला कैथल) में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. हजारों की भीड़ तिरंगे के साथ अंतिम यात्रा में शामिल हुई और "भारत माता की जय" के नारों से गांव की गलियां गूंज उठीं.
28 वर्षीय नरेंद्र सिंधु का पार्थिव शरीर सेना की गाड़ी से गांव पहुंचते ही माहौल भावुक हो गया. हर कोई नम आंखों से शहीद बेटे को अंतिम सलामी देने पहुंचा. महिलाएं छतों से फूल बरसाती नजर आईं. बच्चे, बुजुर्ग और नौजवान सभी हाथों में तिरंगा लिए अंतिम यात्रा में शामिल हुए.
नरेंद्र के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था, लेकिन देशभक्ति का जज्बा उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था. उनकी छोटी बहन ने कहा, “भाई ने देश के लिए जान दी है, हमें उन पर गर्व है. बचपन से ही उनका सपना था कि वर्दी पहनकर देश की सेवा करें.”
परिवार ने बताया कि नरेंद्र अक्टूबर में छुट्टी पर घर आने वाले थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. शहीद के पीछे माता-पिता, दो बहनें और एक छोटा भाई हैं.
12वीं के बाद चढ़ा सेना का जुनून
परिजनों ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद से ही नरेंद्र को सेना में भर्ती होने का जुनून सवार था. कड़ी मेहनत और लगन के बाद उन्होंने वर्दी हासिल की. उनकी लगन देखकर ही घरवाले भी गर्व महसूस करते थे.
कुलगाम में हुई थी मुठभेड़
अधिकारियों के मुताबिक, सोमवार (8 सितंबर) को कुलगाम जिले के गुडार वन क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सेना और सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान घात लगाए बैठे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए, जिनमें से एक पाकिस्तानी बताया जा रहा है. इस मुठभेड़ में सेना के एक मेजर भी घायल हुए.
गांव और जिले के लोग नरेंद्र सिंधु की शहादत पर गर्व कर रहे हैं. हर कोई यही कहता दिखा कि नरेंद्र ने अपनी जान देकर देश की मिट्टी का कर्ज चुकाया है. अंतिम यात्रा में शामिल लोगों ने सरकार से आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने और शहीद के परिवार को पूरा सम्मान और सहयोग देने की मांग की.
लांस नायक नरेंद्र सिंधु की शहादत ने पूरे हरियाणा को गर्व से भर दिया है. तिरंगे में लिपटे वीर को अंतिम विदाई देते वक्त लोगों की आंखें नम थीं, लेकिन सीना गर्व से चौड़ा भी था. नरेंद्र की बहादुरी और बलिदान हमेशा याद रखे जाएंगे.
Source: IOCL






















