'सरकार ने सुनकर भी अनसुना कर दिया', सत्यपाल मलिक को राजकीय सम्मान न देने पर बोले दीपेंद्र हुड्डा
Deepender Singh Hooda News: कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने संसद में सत्यपाल मलिक को उनके अंतिम संस्कार के दौरान पूर्व राज्यपाल को मिलने वाले राजकीय सम्मान न देने का मुद्दा उठाया.

पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का 6 अगस्त को अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस बीच उनके अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान न देने का मुद्दा गरमा गया. रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्लियामेंट में ये मुद्दा उठाया है. उन्होंने बीजेपी सरकार पर इसे लेकर अनदेखी करने का भी आरोप लगाया.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''आज मैंने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी को उनके अंतिम संस्कार के दौरान सरकार की तरफ से पूर्व राज्यपाल को मिलने वाले राजकीय सम्मान (प्रोटोकॉल) न देने का मुद्दा देश की सबसे बड़ी पंचायत में उठाया. दुख की बात है कि बीजेपी सरकार ने इसे सुनकर भी अनसुना कर दिया.''
आज मैंने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी को उनके अंतिम संस्कार के दौरान सरकार की तरफ से पूर्व राज्यपाल को मिलने वाले राजकीय सम्मान (प्रोटोकॉल) न देने का मुद्दा देश की सबसे बड़ी पंचायत में उठाया।
— Deepender Singh Hooda (@DeependerSHooda) August 8, 2025
दुख की बात है कि बीजेपी सरकार ने इसे सुनकर भी अनसुना कर दिया। pic.twitter.com/ttbUlPwztd
लोकसभा सदस्यों ने मौन धारण कर दी श्रद्धांजलि
सत्यपाल मलिक के निधन पर लोकसभा में शोक संदेश पढ़ते हुए स्पीकर ओम बिरला ने कहा, ''सत्यपाल मलिक का निधन 79 वर्ष की आयु में 5 अगस्त 2025 को नई दिल्ली में हुआ. ये सभा सत्यपाल मलिक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करती है.'' शोक संदेश के बाद दिवंगत आत्मा की शांति के लिए सभी सदस्यों ने अपनी-अपनी सीट पर खड़े होकर मौन रखा और उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसी के बाद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने राजकीय सम्मान से जुड़ा मसला उठाया.
5 अगस्त को सत्यपाल मलिक का निधन
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल चौधरी सत्यपाल सिंह मलिक का मंगलवार (05 अगस्त) को निधन हो गया. वे लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे. डॉक्टरों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था. दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. सत्यपाल सिंह मलिक मेघालय, गोवा, बिहार और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में राज्यपाल के पद की जिम्मेदारी संभाल चुके थे. सत्यपाल मलिक ने जम्मू-कश्मीर के अंतिम पूर्णकालिक राज्यपाल के रूप में भी काम किया था.
Source: IOCL























