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Gujarat Politics: गुजरात में चुनाव से पहले मजबूत होता AAP का कुनबा, पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी समेत कई नेता हुए शामिल
Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. गुजरात में पूर्व गृह मंत्री के पुत्र, पूर्व मुख्यमंत्री की पुत्री और दलित लेखक आप में शामिल हो गए हैं.
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Gujarat AAP: कांग्रेस के एक पूर्व नेता, एक पूर्व मुख्यमंत्री की पुत्री और एक दलित लेखक सोमवार को गुजरात में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए. राज्य में दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. राज्य के पूर्व गृह मंत्री प्रबोध रावल के पुत्र और कांग्रेस नेता चेतन रावल ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. आप में शामिल होने के साथ ही उन्होंने दावा किया कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के 'जनोन्मुखी दृष्टिकोण' से प्रभावित हैं. उन्होंने दावा किया कि राज्य और केंद्र की बीजेपी सरकारों के साथ ही कांग्रेस लोगों के मुद्दों को हल करने में नाकाम रही है.
माधवसिंह सोलंकी सरकार में राज्य के गृह मंत्री थे
उनके पिता प्रबोध रावल 1980 के दशक में माधवसिंह सोलंकी सरकार में राज्य के गृह मंत्री थे और वह दो बार कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रहे थे. पूर्व मुख्यमंत्री छबीलदास मेहता की पुत्री नीता मेहता भी केजरीवाल से मुलाकात करने के एक दिन बाद आप में शामिल हो गईं. केजरीवाल शनिवार और रविवार को राज्य के दो दिवसीय दौरे पर थे. सामाजिक कार्यकर्ता मेहता ने कहा कि वह दिल्ली में केजरीवाल के शासन और महंगाई के खिलाफ उनकी लड़ाई के कारण उनसे प्रभावित होकर आप में शामिल हो रही हैं.
दलित लेखक सुनील जादव भी आप में शामिल
दलित लेखक सुनील जादव भी आप में शामिल हो गए और दावा किया कि गुजरात की सरकार दलितों के साथ अस्पृश्यता को समाप्त करने में विफल रही है. उन्होंने 2017 में राज्य सरकार का पुरस्कार विरोधस्वरूप लौटा दिया था. उन्होंने कहा कि दलितों को मंदिरों में प्रवेश नहीं करने देने, बारात में घोड़ी की सवारी नहीं करने देने या मूंछ रखने की अनुमति नहीं देने जैसे अत्याचार राज्य में बढ़ रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. रावल, मेहता और जादव आप के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव इंद्रनील राजगुरु की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए.
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