AAP के लिए क्यों जरूरी है MCD स्थायी समिति सदस्य का चुनाव? समझें पूरा गणित
Delhi News: एमसीडी में वर्तमान में 249 सीटें हैं, जिसमें बहुमत के लिए 125 सीटों की जरूरत है. फिलहाल आम आदमी पार्टी के एमसीडी में 124 पार्षद हैं और बीजेपी के पास 115 पार्षद हैं.
Delhi News: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के लिए गुरुवार को एक महत्वपूर्ण दिन है. दरअसल, सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और विपक्षी बीजेपी प्रमुख स्थायी समिति चुनावों में प्रभुत्व के लिए होड़ में हैं. एमसीडी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था, 18 सदस्यीय स्थायी समिति में एकमात्र रिक्त स्थान को भरने के लिए चुनाव गुरुवार को होंगे.
एमसीडी में विपक्ष के नेता राजा इकबाल सिंह ने कहा कि एमसीडी में वर्तमान में 249 सीटें हैं, जिसमें बहुमत के लिए 125 सीटों की जरूरत है. फिलहाल आम आदमी पार्टी के एमसीडी में 124 पार्षद हैं. बता दें कि फिलहाल एमसीडी में बीजेपी के पास 115, कांग्रेस के पास 9 और एक निर्दलीय पार्षद हैं.
क्यों अहम है ये चुनाव?
यह चुनाव इसलिए अहम है क्योंकि इस चुनाव से स्थायी समिति में खाली पड़ी आखिरी सीट भरेगी और नगर निकाय के कामकाज पर दोनों में से किसी भी पार्टी को बढ़त देगी. अगर भाजपा अंतिम सीट जीतती है, तो पार्टी समिति में अपना प्रभुत्व मजबूत करेगी. हालांकि, अगर आम आदमी पार्टी सीट सुरक्षित कर लेती है, तो उसे अभी भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि जीतने वाली पार्टी से चुने गए अध्यक्ष के पास वोटिंग का अधिकार नहीं होगा, जब तक कि बराबरी न हो और निर्णायक वोट की आवश्यकता न हो.
तीन आप पार्षद बीजेपी में शामिल
वहीं दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति में एक सदस्य के चुनाव से ठीक एक दिन पहले बुधवार को आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए. दिलशाद गार्डन से आप पार्षद प्रीति, ग्रीन पार्क से पार्षद सरिता फोगाट और मदनपुर खादर पूर्व से पार्षद प्रवीण कुमार बीजेपी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए.
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