महरौली में सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा, दो शूटर समेत 3 आरोपियों को मुठभेड़ के बाद दबोचा
Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ने महरौली के CDR चौक पर हुई हत्या का खुलासा किया है. 19 दिन की जांच के बाद पुलिस ने मुठभेड़ में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें शूटर और साजिशकर्ता शामिल हैं.

Delhi Murder Case: राजधानी के व्यस्त इलाकों में शुमार, महरौली के CDR चौक पर दिनदहाड़े हुई सनसनीखेज हत्या की गुत्थी को आखिरकार दिल्ली पुलिस ने सुलझा लिया है. दक्षिणी जिले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (AATS) और महरौली थाने की जॉइंट टीम ने 19 दिनों के अथक प्रयासों के बाद इस ब्रूटल मर्डर केस के साजिशकर्ता समेत कुल तीन आरोपियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. मुठभेड़ के दौरान बदमाशों के पैरों में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.
आरोपी पहले भी कई अपराधों में रहे हैं शामिल
डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि इस मामले में गिरफ़्तार आरोपियों की पहचान, दीपक (31), योगेश (30) और अजय (27) के रूप में हुई है. ये दिल्ली के आयानगर के रहने वाले हैं. इनके कब्जे से पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, चाइनीज स्टार ऑटोमैटिक पिस्टल समेत कुल तीन पिस्टल और 12 जिंदा एवं 06 खाली कारतूस बरामद किए हैं. दीपक और योगेश पहले भी कई आपराधिक वारदातों में शामिल रहे हैं और इन पर फतेहपुरबेरी थाने में आधा दर्जन मामले दर्ज हैं.
दिनदहाड़े पब्लिक प्लेस में गोली मारकर शख्स की हत्या
डीसीपी ने बताया कि 15 मई 2025 को दोपहर करीब 12:45 बजे महरौली पुलिस को पीसीआर कॉल से CDR चौक बस स्टॉप के पास फायरिंग की सूचना मिली थी. जिस पर तुरंत ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची जहां उन्होंने एक शख्स को गंभीर रूप से जख्मी अवस्था में अचेत पड़ा पाया.
पुलिस तुरंट ही उसे इलाज के लिए नजदीकी फोर्टिस अस्पताल ले गयी, जहां डॉक्टरों उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक की पहचान फतेहपुरबेरी के आयानगर के रहने वाले अरुण (30) के रूप में हुई. पुलिस ने हत्या एवं अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी महरौली और एसीपी ऑपरेशन की देखरेख में महरौली थाने के साथ एएटीएस की जॉइंट टीम का गठन किया गया. जिनमें एएटीएस के इंस्पेक्टर उमेश यादव, एसआई नवदीप, हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार, कमल प्रकाश रघुवेंद्र सिंह, अरविंद, जोगिंदर, कांस्टेबल देवेंद्र और ईश्वर सिंह एवं महरौली थाना के इंस्पेक्टर अनुराग, एसआई नरेंद्र और मनीष, हेड कांस्टेबल रविंदर, कांस्टेबल बृजमोहन, विनोद, महेंद्र और भूपेंद्र शामिल थे.
मुठभेड़ के बाद दोनों शूटरों को दबोचा
19 दिन की प्रयासों के बाद 4 और 5 जून की दरम्यानी रात एसआई नवदीप को सूचना मिली कि हत्याकांड के दोनों शूटर चिराग दिल्ली-खानपुर स्टेच पर देखे गए हैं. जिस पर पुलिस टीम तुरंत हरकत में आई और सूचना की सत्यता की पुष्टि के बाद चिराग दिल्ली-खानपुर स्ट्रेच पर ट्रैप लगाया. जहां सुबह करीब 3 बजे एक बाइक पर दोनों संदिग्ध नजर आए.
पुलिस के रोकने पर उन्होंने भागने की कोशिश में शार्प यू-टर्न लिया, इससे उनकी बाइक स्किड कर गयी और वे पैदल ही भागने लगे. पुलिस से बचने उन्हें टीम पर फायरिंग भी की. जिसकी एक गोली कॉन्स्टेबल कमल प्रकाश की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं. जिसमें दोनों शूटर घायल हो गए. उनके पैरों में गोली लगी और पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.
पुष्पविहार से साजिश रचने वाले को हथियार के साथ धारा
उनके कब्जे से चाइनीज पिस्टल समेत दो ऑटोमैटिक पिस्टल और 04 खाली और 09 जिंदा कारतूस बरामद किए गए. उनकी निशानदेही पर पुलिस ने इस पूरे हत्याकांड के मुख साजिशकर्ता अजय को भी पुष्प विहार से गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक पिस्टल और 03 जिंदा कारतूस बरामद किया गया. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
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Source: IOCL





















