CM रेखा गुप्ता पर अटैक का मामला, तीस हजारी कोर्ट ने दिया दोनों आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश
Delhi CM Rekha Gupta Attack Case: दिल्ली पुलिस ने 18 अक्टूबर को दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. पुलिस ने मुख्य आरोपी साकारिया राजेशभाई खीमजी और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया था.

दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया है. तीस हजारी कोर्ट एडिशनल सेशन जज एकता गौबा मान ने इस मामले में दोनों आरोपियों साकारिया राजेशभाई खीमजी और सैयद तस्सीन रज़ा के खिलाफ हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश और सरकारी काम में बाधा डालने जैसी गंभीर धाराओं में आरोप तय करने का आदेश दिया. दोनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की कई धाराओं के तहत आरोप तय किए गए हैं. पुलिस ने जांच के दौरान दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
दिल्ली पुलिस ने 18 अक्टूबर को दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. दोनों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. सेशन कोर्ट पहले ही सह-आरोपी सैयद तस्सीन रज़ा की नियमित जमानत याचिका खारिज कर चुका है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी साकारिया राजेशभाई खीमजी गुजरात के राजकोट का रहने वाला है. जांच के दौरान उसके दोस्त सैयद तस्सीन रज़ा को भी गिरफ्तार किया गया था.
किन-किन धाराओं में तय किए गए आरोप
तीस हजारी कोर्ट ने दोनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 109(1) (हत्या के प्रयास), धारा 61(2) (आपराधिक साजिश), धारा 132 (लोक सेवक पर हमला), धारा 221 (सरकारी कार्य में बाधा) और आरोपी राजेश के खिलाफ अतिरिक्त रूप से धारा 115(2) (मारपीट से चोट पहुंचाना) के तहत आरोप तय किए हैं. पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपियों के बीच पहले से बातचीत हुई थी.
26 दिसंबर को मामले में होगी सुनवाई
दिल्ली पुलिस के मुताबिक कॉल डिटेल रिकॉर्ड, लोकेशन और पैसों के लेनदेन से साजिश के भी सबूत मिले हैं. आरोप है कि हमले से पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के घर और जनसुनवाई स्थल की वीडियो भी साझा की गई थीं. दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट अब इस मामले में 26 दिसंबर को सुनवाई करेगा.
बता दें कि सीएम रेखा गुप्ता पर हमले का यह मामला 20 अगस्त 2025 का है, जब मुख्यमंत्री अपने आधिकारिक निवास पर जनसुनवाई कर रही थीं. इसी दौरान गुजरात निवासी राजेश खीमजी ने अचानक उन पर हमला कर दिया. मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत आरोपी को पकड़ लिया. हमले की घटना के बाद सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी.
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