सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए स्टूडेंट्स को अब नहीं भरना होगा अलग-अलग फॉर्म, जानें UGC का नया नियम
CUET Update: केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) को अनिवार्य हो गया है. यह फैसला स्टूडेंट्स पर कैसे असर डालेगा, जानें इस खबर में

CUET News: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने फैसला किया है कि अब केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) को अनिवार्य हो गया है. ऐसे में अब स्टूडेंट्स को किसी भी एक विश्वविद्यालय में एडमिशन के लिए अलग-अलग फॉर्म नहीं भरना होगा.
UGC के इस फैसले से उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, दिल्ली और जम्मू और कश्मीर समेत देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए अलग-अलग फॉर्म नहीं भरना होगा.
आइए हम आपको बताते हैं CUET के तहत परीक्षाएं कब और कैसे होंगी और इसका सिलेबस क्या होगा-
- राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा, सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए अनिवार्य है.
- UGC ने कहा है कि अन्य विश्वविद्यालय भी CUET के स्कोर के आधार पर एडमिशन दे सकते हैं.
- बारहवीं की परीक्षा पास करने वाला कोई भी स्टूडेंट प्रवेश परीक्षा देने के लिए योग्य है.
- CUET जुलाई के पहले सप्ताह में होगा, जब कक्षा 12 की अधिकांश बोर्ड परीक्षाएं पूरी हो चुकी होंगी.
- आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू होगी.
- प्रवेश परीक्षा का सिलेबस एनसीईआरटी के कक्षा 12 के अनुरूप होगा.
- यह परीक्षा ऑनलाइन होगी और इसमें MCQ आधारित सवाल पूछे जाएंगे.
- विश्वविद्यालयों को CUET के आधार पर स्नातक छात्रों को प्रवेश देना होगा लेकिन वे योग्यता तय करने में कक्षा 12 के अंकों के लिए न्यूनतम नियम निर्धारित करने के लिए स्वतंत्र हैं.
UGC के चेयरमैन ने कही यह बात
इस बाबत जानकारी देते हुए यूजीसी के चेयरमैन जगदीश कुमार ने कहा कि हमने विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) को अनिवार्य बनाने का फैसला किया है, जो 13 अलग-अलग भाषाओं में दिया जा सकता है. हमने छात्रों को बहुत सारे विकल्प दिए हैं.
उन्होंने कहा कि सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) की घोषणा छात्रों के हित में है. जो स्टूडेंट विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेना चाहते थे, उन्हें अलग-अलग परीक्षाएं देनी पड़ीं, जबकि कुछ विश्वविद्यालयों ने कक्षा 12 के रिजल्ट के आधार पर एडमिशन लिया.

आरक्षण और एडमिशन पॉलिसी में बदलाव के सवाल पर यह बोले जगदीश कुमार
जगदीश कुमार ने कहा कि हमने एक सार्वजनिक नोटिस भी जारी किया है जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सभी विश्वविद्यालय प्रवेश के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा स्कोर का उपयोग कर सकते हैं. CUET स्कोर को ध्यान में रखते हुए ग्रेजुएशन में एडमिशन देना सभी विश्वविद्यालयों की सामाजिक जिम्मेदारी है.
यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि हमने विश्वविद्यालयों से कहा कि आपकी मौजूदा आरक्षण और प्रवेश नीति में बदलाव नहीं किया जाएगा, लेकिन आपका प्रवेश केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUCET) के आधार पर होना चाहिए.
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Source: IOCL























