झीरम घाटी हमले के मास्टरमाइंड नक्सली चैतू ने किया सरेंडर, 25 लाख का था इनाम
Naxalite Surrender News: बस्तर में झीरम घाटी हमले के मास्टरमाइंड चैतू समेत 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. यह सभी नक्सली दरभा डिवीजन में सक्रिय थे.

छत्तीसगढ़ की बस्तर पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता हाथ लगी है. झीरम घाटी हमले का मास्टरमाइंड और दरभा डिवीजन प्रभारी चैतू उर्फ श्याम दादा ने अपने अन्य 9 साथियों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है. सरेंडर नक्सली चैतू माओवादी संगठन में DKSZC (दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का मेंबर) था. जिस पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 25 लाख रुपये का इनाम घोषित है.
इसके अलावा डिवीसीएम मेंबर सरोज जिस पर 8 लाख रुपये इनाम घोषित है. वहीं अन्य 6 ACM (एरिया कमेटी मेंबर) और 2 PM (पार्टी मेंबर) समेत 10 नक्सलियों ने माओवादी संगठन का साथ छोड़ मुख्यधारा में प्रवेश कर लिया है. बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने सभी सरेंडर नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि दी है और जल्द ही पुनर्वास नीति का लाभ देने की बात कही है.
झीरम घाटी हमले का था मास्टरमाइंड
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए लगातार पूना मारगेम पुनर्वास से पुनर्जीवन) अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत बस्तर संभाग के 7 जिलों से बड़ी संख्या में नक्सली हथियार छोड़ मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं.
शुक्रवार (28 नवंबर) को भी लंबे समय से दरभा डिवीजन कमेटी जो कि सबसे ताकतवर कमेटी मानी जाती है. इस इलाके के 10 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसमें DKSZC सदस्य चैतू उर्फ श्याम दादा भी शामिल. जिसने हिंसा का मार्ग त्यागकर सामाजिक मुख्य धारा में लौटने का फैसला लिया.
आईजी ने दी यह जानकारी
इस बीच आईजी ने बताया कि चैतू उर्फ श्याम दादा 25 मई साल 2013 में झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले का मास्टरमाइंड रह चुका है. चैतू के सरेंडर करने से दरभा डिवीजन अब समाप्ति की ओर है.
आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि शेष बचे माओवादी कैडर जिसमें पोलित ब्यूरो सदस्य देवजी, केंद्रीय समिति सदस्य रामधेर, DKSZC सदस्य पापा राव, बारसे देवा और अन्य नक्सली शामिल है. उन सभी से लगातार पुलिस के द्वारा अपील की जा रही है कि हिंसा त्यागकर मुख्य धारा में जुड़ जाएं.
सरेंडर करने वाले नक्सली चैतू ने की अपील
इधर माओवादी संगठन में दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर रहे चैतू उर्फ श्याम दादा ने अपने अन्य 10 साथियों के साथ जगदलपुर में बस्तर आईजी सुंदरराज पी और अन्य पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
सरेंडर नक्सली चैतू ने कहा कि कुछ महीने पहले आत्मसमर्पण कर चुके सेंट्रल कमेटी मेंबर रुपेश और सोनू दादा उर्फ वेणुगोपाल राव के विचारों से सहमत होकर उन्होंने आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया. वर्तमान में बदली परिस्थितियों में पुराने तरीके से जनता के बीच काम करने का सोच रखते हुए और लोकतांत्रिक तरीके से सविंधान को मानते हुए जनता के बीच काम करने की बात चैतू ने कही.
उन्होंने कहा कि मैं अन्य बचे हुए नक्सलियों से भी अपील करता हूं कि बदली परिस्थितियों को देखते हुए उनको भी मुख्यधारा में आना चाहिए. जिस तरह से माओवादी संगठन को नुकसान पहुंचा है. ऐसे में उन्हें सोच विचार कर आत्मसमर्पण करना चाहिए और नई सोच के साथ जनता के बीच काम करना चाहिए.
इन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
इस बीच सरेंडर करने वाले नक्सलियों में DKSZC- चैतू उर्फ श्याम दादा 25 लाख रुपये इनामी, डीसीवीएम मेंबर- सरोज उर्फ मलकु सोढ़ी पर 8 लाख रुपये इनाम, भूपेश उर्फ सनकराम फुरामी ACM(एरिया कमेटी मेंबर )और प्रकाश उर्फ फीलसाय सलाम-ACM, कमलेश उर्फ झितरु यादव-ACM, जन्नी उर्फ रायमती सलाम-ACM और संतोष उर्फ सन्नू आचला का नाम शामिल है.
इसके अलावा ACM रामशिला उर्फ बुकली सलाम पर 5-5 लाख रुपये का इनाम वहीं पार्टी मेंबर नवीन उर्फ भाजु सलाम और जयती उर्फ मनाई कश्यप पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित है. सभी 10 नक्सलियों को मिलाकर कुल 65 लाख का इनाम घोषित है.
Source: IOCL





















