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Bihar By-elections: बिहार NDA से VIP बाहर! सहनी को BJP का बड़ा झटका, बोचहां से बेबी कुमारी को बनाया प्रत्याशी 

मुकेश सहनी बीजेपी के मना करने के बाद भी यूपी में 53 सीटों पर चुनाव लड़े थे. चुनाव प्रचार में बीजेपी को हराने व योगी सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कर रहे थे. नतीजतन बोचहां सीट बीजेपी ने उनको नहीं दी.

पटना: मुजफ्फरपुर के बोचहां विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में बीजेपी (BJP) ने वीआईपी सुप्रीमो (VIP) मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) को बड़ा झटका दिया है. विवादों के बीच ये स्पष्ट हो गया है कि उक्त सीट पर बीजेपी खुद उपचुनाव लड़ेगी. इस बाबत शुक्रवार को बीजेपी ने प्रत्याशी के नाम का एलान भी कर दिया है. बेबी कुमारी (Baby Kumari) बीजेपी की प्रत्याशी होंगी. मालूम हो कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बोचहां से बेबी कुमारी निर्दलीय चुनाव लड़ीं थीं और जीत गईं थीं. बाद में वो बीजेपी में शामिल हो गई थीं.

बीजेपी ने अपना कैंडिडेट उतारा

बिहार बीजेपी में अभी वे महामंत्री हैं. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में बोचहां सीट विकासशील इंसान पार्टी को चली गई थी, इसलिए बेबी कुमारी चुनाव नहीं लड़ पाई थी. 2020 के चुनाव में बोचहां से वीआईपी के मुसाफिर पासवान जीते थे. लेकिन उनका निधन हो गया, इसलिए उपचुनाव हो रहा है. लेकिन अब इस सीट पर बीजेपी ने अपना कैंडिडेट उतारा है.

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इस वजह से नहीं मिली सीट

दरअसल, मुकेश सहनी बीजेपी के मना करने के बाद भी यूपी में 53 सीटों पर चुनाव लड़े थे. चुनाव प्रचार में बीजेपी को हराने व योगी सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कर रहे थे. लेकिन यूपी चुनाव में प्रदर्शन बेहद खराब रहा. पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई. लेकिन यूपी में चुनाव लड़कर वे बीजेपी से दुश्मनी कर बैठे. उसी का नतीजा है कि बोचहां सीट बीजेपी ने उनको नहीं दी. 

ध्यान देने वाली बात है कि मुकेश सहनी भी बीजेपी से काफी दिनों से नाराज चल रहे थे क्योंकि उन्होंने अपने एक विधायक को मंत्री बनाने की मांग की थी. वहीं, राज्यपाल कोटे से एक एमएलसी सीट मांगी थी. निषाद समाज को SC या ST कैटेगरी में आरक्षण देने की मांग की थी. साथ ही यूपी में 2 दर्जन सीट मांगी था. लेकिन उनकी यह सभी मांग बीजेपी ने पूरी नहीं की. ऐसे में उन्होंने अकेले ही यूपी चुनाव लड़ने का फैसला किया. लेकिन वे सफल नहीं हो पाए.

बीजेपी के संपर्क में हैं तीनों विधायक

बता दें कि बिहार में बीजेपी-जेडीयू की गठबंधन वाली एनडीए सरकार को बहुमत नहीं है. सहनी के तीन विधायकों के समर्थन से सरकार चल रही है. सूत्रों की मानें तो उनके तीनों विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में 11 सीटों पर एनडीए में सहनी की पार्टी लड़ी थी, जिसमें 7 कैंडिडेट बीजेपी के थे जो सहनी की पार्टी के सिंबल पर लड़े थे. मौजूदा समय में सहनी के तीनों विधायक बीजेपी के हैं. 

2020 का बिहार विधानसभा चुनाव सहनी हार गए थे. लेकिन बीजेपी ने एमएलसी बनाकर उन्हें मंत्री बनाया. उनके एमएलसी का कार्यकाल दो महीने में खत्म हो रहा. सूत्रों के अनुसार बीजेपी उनको अब एमएलसी भी नहीं बनाएगी. ऐसे में उनका मंत्री पद भी जल्द जा सकता है. इन सब के बावजूद सहनी अपनी पार्टी को बोचहां उपचुनाव लड़वायेंगे. मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान को वे उम्मीदवार बना सकते हैं. सहनी राजनीतिक तौर पर मजबूत रहने के लिए नए ठिकाने की तलाश कर रहे हैं. वे कभी लालू तो कभी नीतीश की तारीफ कर रहे हैं.

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