‘अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का, इफ्तार कराकर लूट...’ RJD ने पोस्टर के जरिए CM नीतीश कुमार पर बोला हमला
Bihar Politics: RJD नेता आरिफ जिलानी की तरफ से लगवाए गए पोस्टर में नीतीश कुमार को लेकर कहा गया है कि अब कब्रिस्तान और मस्जिद की जमीन को लेकर विवाद होगा तो जिम्मेदार आप होंगे.

Bihar News: बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं, उससे पहले वक्फ कानून को लेकर बिहार में सियासी संग्राम जारी है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) वक्फ कानून को लेकर नीतीश कुमार की सरकार को घेर रही है. पोस्टर वार किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में जेडीयू की ओर से वक्फ कानून का समर्थन करने पर आरजेडी ने नीतीश कुमार को मुस्लिम विरोधी बताया है. इसको लेकर RJD दफ्तर और शहर में जगह-जगह पोस्टर लगे हैं.
पोस्टर में नीतीश कुमार की तस्वीर है और वे सीएम कुर्सी पर बैठे हैं. नीचे कई सारे किले लगी हुई हैं. सीएम नीतीश कुमार की तस्वीर के साइड में लिखा है 'अच्छा सिला दिया तूने मेरे प्यार का, इफ्तार कराकर लूट लिया वक्फ बोर्ड हमारा. ईद की नमाज में शामिल होकर भी धोखा दे दिया. शुक्रिया नीतीश. अब कब्रिस्तान और मस्जिद की जमीन को लेकर विवाद होगा तो जिम्मेदार आप होंगे.'
RJD नेता आरिफ जिलानी ने लगवाए पोस्टर
पोस्टर में आगे लिखा गया कि अपनी कुर्सी के चाहत में आप मुसलमानों के भरोसे से खेल गए. उसके लिए शुक्रिया. आपके बारे में कहा जाता है आप सबके हैं. जान लीजिए जो सबका होता है वो किसी का नहीं होता. पोस्टर में सीएम नीतीश कुमार एक मुस्लिम व्यक्ति की पीठ में खंजर घोंपते भी नजर आ रहे हैं. इसके अलावा एक दिल की तस्वीर है, जिसमें तीर आर-पार हो गया है. तीर JDU का चुनावी चिन्ह है. बता दें कि आरजेडी नेता आरिफ जिलानी की तरफ से ये पोस्टर लगवाए गए हैं.
क्या RJD को मिलेगा फायदा?
चुनावी साल में आरजेडी लगातार नीतीश की सेकुलर छवि में डेंट मारने की कोशिश में लगी हुई है. आरजेडी मुस्लिमों को यह मैसेज देना चाहती है कि आपके हितों की रक्षा सिर्फ हम कर सकते हैं. वैसे वक्फ विधेयक का डर दिखाकर वोट बैंक को इन्टैक रखने की भी कोशिश है. इस तरह की कवायद से चुनाव में आरजेडी को कितना फायदा मिलेगा यह तो समय ही बताएगा. वैसे मुस्लिमों को आरजेडी का पारंपरिक वोटर माना जाता हैं.
यह भी पढ़ें: अश्विनी चौबे के उपप्रधानमंत्री वाले बयान पर JDU का पहला रिएक्शन आया, RJD ने भी कर दी भविष्यवाणी
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























