Prashant Kishor: 'बिहार के लोगों को खास फायदा...', पीएम मोदी के GST सुधारों के संबोधन पर क्या बोले प्रशांत किशोर?
प्रशांत किशोर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि जीएसटी सुधारसे बिहार के लोगों को कोई खास फायदा होगा. जीएसटी सुधार से सिर्फ उन्हीं लोगों को फ़ायदा होगा, जिनके पास पैसा है. बिहार के लोग देश में सबसे गरीब हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्र की जनता को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कि नवरात्रि के पहले दिन से, देश आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. नवरात्रि के पहले दिन, 22 सितंबर को सूर्योदय के साथ ही अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि यह जीएसटी बचत उत्सव लोगों की बचत को बढ़ाएगा और इससे देश के गरीब, मध्यम वर्ग, युवा, किसान, दुकानदार, व्यापारी, सभी को बहुत लाभ होगा.
जीएसटी सुधारों पर प्रधानमंत्री का संबोधन
जीएसटी सुधारों पर प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि "हम 15 सालों से प्रधानमंत्री मोदी के भाषण सुन रहे हैं और हम सुनते आ रहे हैं कि कल बदलाव होगा, कल भारत विश्वगुरु बनेगा, कल हमारी समस्याओं का समाधान होगा. अब तक हम बस यही सुनते आ रहे थे."
#WATCH | Nalanda, Bihar: On Prime Minister Modi's address to the nation on GST reforms, Prashant Kishor, founder of Jan Suraaj, says, "... We've been listening to PM Modi's speeches for 15 years, and we've been hearing, tomorrow there's going to be change, tomorrow India will… pic.twitter.com/1QYx7ihqdj
— ANI (@ANI) September 21, 2025
'बिहार के ज़्यादातर लोगों को फायदा नहीं होगा'
उन्होंने आगे कहा कि ऐसा नहीं है कि जीएसटी सुधारसे बिहार के लोगों को कोई खास फायदा होगा. जीएसटी सुधार से सिर्फ उन्हीं लोगों को फ़ायदा होगा, जिनके पास पैसा है. बिहार के लोग देश में सबसे गरीब हैं. आपने कारों पर टैक्स कम कर दिया. बिहार में हर 100 में से 2 लोगों के पास कार है. इसलिए, अगर आप वाहनों पर जीएसटी कम करते हैं, तो इससे बिहार के ज़्यादातर लोगों को फायदा नहीं होगा."
वहीं इससे पहले नालंदा में अपनी बदलाव यात्रा के दौरान जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा, "मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि नालंदा के लोग नाली, गली, सड़क से ऊपर उठकर अपने बच्चों के लिए पढ़ाई और रोजगार की चिंता करें. जन सुराज कह रहा है कि बिहार को ज्ञान की भूमि बनाना है और इसमें नालंदा की बहुत अग्रणी भूमिका रही है."
Source: IOCL






















