खेत के खाली मैदान से IPL तक का सफर, सुपौल के मोहम्मद इजहार बने मुंबई इंडियंस का हिस्सा
Mohammad Izhar IPL Auction: मुंबई इंडियंस का हिस्सा बने क्रिकेटर मोहम्मद इजहार सुपौल के ठूठी गांव के निवासी शिक्षक मोहम्मद सलाउद्दीन के बड़े बेटे हैं. इजहार बचपन से ही क्रिकेट के दीवाने रहे हैं.

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए खिलाड़ियों की नीलामी पूरी हो गई है. बिहार के लिए भी यह पल गर्व और गौरव से भरा रहा. सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड के तहत ठूठी गांव के लाल मोहम्मद इजहार ने क्रिकेट के सबसे बड़े मंच IPL तक पहुंचकर इतिहास रच दिया है. कभी गांव के खेत के खाली मैदान में नंगे पांव गेंदबाजी करने वाला यह साधारण लड़का आज मुंबई इंडियंस जैसी दिग्गज टीम का हिस्सा बन गया है.
मुंबई इंडियंस ने 21 वर्षीय लेफ्ट आर्म फास्ट बॉलर मोहम्मद इजहार को 30 लाख रुपये में खरीदा है. उनके चयन की खबर सामने आते ही पूरे सुपौल जिले में खुशी की लहर दौड़ गई.
संघर्ष, मेहनत और सपनों को जिंदा रखने की मिसाल!
मोहम्मद इजहार, ठूठी गांव निवासी शिक्षक मोहम्मद सलाउद्दीन के बड़े बेटे हैं. उनका यह सफर सिर्फ क्रिकेट की सफलता की कहानी नहीं, बल्कि संघर्ष, मेहनत और सपनों को जिंदा रखने की मिसाल है. आर्थिक तंगी, संसाधनों की कमी और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद इजहार ने कभी हार नहीं मानी. गांव की सीमित सुविधाओं में पले-बढ़े इजहार ने साबित कर दिया कि अगर जुनून सच्चा हो तो मंज़िल खुद रास्ता बना लेती है.
बचपन से ही क्रिकेट के दीवाने रहे इजहार
इजहार बचपन से ही क्रिकेट के दीवाने रहे हैं. पढ़ाई में खास रुचि न होने के कारण वे अक्सर स्कूल जाने के बहाने गांव के खेतनुमा मैदान में घंटों क्रिकेट खेलते रहते थे. उनके चचेरे भाई मोहम्मद सरफराज बताते हैं कि इस बात को लेकर कई बार माता-पिता की डांट और पिटाई भी झेलनी पड़ी, लेकिन जब परिवार ने उनके भीतर क्रिकेट के प्रति गहरा जुनून देखा, तो विरोध की जगह सहयोग का रास्ता चुना. यहीं से इजहार के सपनों को पंख मिले.
2019-20 में स्टेट लेवल पर इजहार का हुआ था चयन
परिवार के समर्थन और लगातार मेहनत के दम पर इजहार ने बिहार स्तर पर स्टेट लेवल क्रिकेट खेलना शुरू किया. वर्ष 2019-20 में उनका चयन स्टेट लेवल पर हुआ, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वे अंडर-19 और अंडर-23 स्तर पर भी बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. हाल ही में उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया. छत्तीसगढ़ के खिलाफ उन्होंने डेब्यू किया, जबकि मध्य प्रदेश के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए 4 विकेट झटककर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया. इससे पहले 2025 IPL सीजन में वे चेन्नई सुपर किंग्स के साथ नेट बॉलर के रूप में भी जुड़े रह चुके हैं.
क्रिकेटर इजहार की पढ़ाई-लिखाई कहां हुई?
शैक्षणिक जीवन की बात करें तो इजहार की प्राथमिक शिक्षा अररिया जिले के नरपतगंज प्रखंड स्थित हनुमाननगर के प्राइमरी स्कूल, अब्दुल मजीद टोला से हुई. इसके बाद उन्होंने अंचरा गांव के एक संकुल स्तरीय विद्यालय से माध्यमिक शिक्षा प्राप्त की. वर्तमान में वे वीरपुर स्थित एक कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं. उनके पिता मोहम्मद सलाउद्दीन उसी प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि उनका बेटा एक दिन भारतीय टीम में जगह बनाकर देश का नाम रोशन करेगा.
सुपौल जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने जताई खुशी
मोहम्मद इजहार के चयन पर सुपौल जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सह नगर परिषद सुपौल के चेयरमैन राघवेंद्र झा ‘राघव’ ने भी हर्ष व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ''यह उपलब्धि सिर्फ इजहार की नहीं, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का क्षण है.'' उन्होंने उस संघर्षपूर्ण पल को भी याद किया जब सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इजहार के चयन को लेकर दिक्कत आ रही थी. इजहार ने खुद फोन कर समस्या बताई, जिसके बाद वे पटना जाकर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से मिले और उनका पक्ष रखा.
सुपौल के साथ पूरे बिहार की उम्मीद बने इजहार
चयन की सूचना जब इजहार को दी गई तो वह खुशी से रो पड़े. राघवेंद्र झा ने विश्वास जताया कि यह इजहार का पहला बड़ा कदम है और आने वाले समय में वे और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगे. आज मोहम्मद इजहार पूरे सुपौल जिले की उम्मीद बन चुके हैं. गांव के खेत से निकलकर IPL तक पहुंचने की उनकी कहानी न सिर्फ युवाओं को प्रेरित करेगी, बल्कि यह संदेश भी देगी कि मेहनत और हौसले से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है.
Source: IOCL





















