Bihar Assembly By-Election: तेजस्वी के आरोपों पर JDU ने किया पलटवार, कहा- चुनाव आयोग को करें शिकायत, आरोप लगाने से कुछ नहीं होता
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा, " तेजस्वी यादव के पास नीतीश कुमार पर आरोप लगाने के अलावा और कोई काम नहीं है. लेकिन फिर अगर वे आरोप लगाते हैं तो वो सबूत दिखाएं. केवल आरोप लगाने से नहीं होगा."

पटना: बिहार के दो विधानसभा सीटों पर कल उपचुनाव होना है. उपचुनाव से पहले तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर बड़ा आरोप लगाया है. आरोप है कि चुनाव प्रभावित करने के लिए नीतीश कुमार और उनके अधिकारी मतदाताओं के बीच शराब बांट रहे हैं. वहीं, कुछ जगहों पर छठ के नाम पर महिलाओं के बीच साड़ी का वितरण कर उन्हें बहलाया जा रहा है. तेजस्वी ने साड़ी बांटने का वीडियो भी शेयर किया.
तेजस्वी यादव ने दी ये चेतावनी
तेजस्वी ने स्पष्ट कह दिया है कि इस बार वो पिछली बार की तरह गड़बड़ी नहीं करने देंगे. जरूरत पड़ी तो आकाश से निगरानी करेंगे. हालांकि, अब उनके आरोपों पर जेडीयू ने पलटवार किया है. जेडीयू (JDU) प्रवक्ता निखिल मंडल (Nikhil Mandal) ने कहा, " तेजस्वी यादव अपनी शिकायतों को आयोग के समक्ष रखें. ताकि बिना किसी गड़बड़ी के चुनाव हो. वहीं, जब वे 2 तारीख को हारें तो किसी प्रकार का विवाद ना हो कि बेईमानी की गई है. वो चुनाव आयोग के पास जाएं, मौखिक आरोप लगाने से कुछ नहीं होता."
आरोप ना लगाए, सबूत दिखाएं
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा, " तेजस्वी यादव के पास नीतीश कुमार पर आरोप लगाने के अलावा और कोई काम नहीं है. लेकिन फिर अगर वे आरोप लगाते हैं तो वो सबूत दिखाएं. जिस तरह सबूत दिखाने पर उनके पिता जेल गए और वो चार्जशीटेड हुए उसी तरह वो भी अपनी बातों को सिद्ध करने के लिए सबूत दिखाएं." वहीं, सरकार गिराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुमत का आंकड़ा 122 है. ये आंकड़ा पार नहीं होगा. कांग्रेस के 19 विधायक अब उनके साथ नहीं हैं. अगर साथ हैं भी तो इन दोनों सीटों पर जीत हासिल करना मुश्किल है.
लालू यादव ने किया था ये काम
तेजस्वी यादव के आकाश से निगरानी करने वाले बयान पर जेडीयू ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव (lalu Prasad Yadav) ने भी बाढ़ के वक्त एक बार सड़क पर हेलीकॉप्टर उतार दिया था, जिसके बाद केस हुए थे. जो उनके पिता करते हैं वो ही ये भी करते हैं. पिता ने घोटाला किया, तो उन्होंने भी किया. बात व्यवहार भी उनकी ही तरह है. लेकिन उन्हें जानकारी होनी चाहिए कि जिस क्षेत्र में चुनाव हो रहा होता है, वहां कोई बाहरी नहीं जाता है. हेलीकॉप्टर और तेजस्वी तो दूर की बात है. बाकी जिस व्यक्ति को मुकदमों से डर नहीं लगता हो तो उनपर एक और केस हो जाएगा तो क्या फर्क पड़ेगा.
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Source: IOCL





















