गिरिराज सिंह की 'सुरक्षित हिंदू यात्रा' से सहयोगी दल ही असहज, JDU बोली, 'इससे CM नीतीश की छवि...'
Bihar News: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह 18-22 अक्टूबर तक 'संगठित हिंदू सुरक्षित हिंदू' यात्रा निकालेंगे. हालांकि, सहयोगी दल इससे सहज नहीं हैं और इसे निजी यात्रा बता रहे हैं.
Giriraj Singh News: केंद्रीय कपड़ा मंत्री और बिहार के बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह 18 अक्टूबर से संगठित हिन्दू सुरक्षित हिन्दू यात्रा निकालने जा रहे हैं. यह यात्रा भागलपुर से शुरू होकर किशनगंज तक जाएगी. यह यात्रा 18 अक्टूबर से लेकर 22 अक्टूबर तक चलेगी. हालांकि गिरिराज सिंह कि इस यात्रा को लेकर सहयोगी दल बहुत ज्यादा सहज नजर नहीं आ रहे. इतना ही नहीं पार्टी के स्थानीय नेतृत्व की तरफ से भी यह कहा जा रहा है कि यह गिरिराज सिंह की निजी यात्रा है और इसका पार्टी से सीधे तौर पर कोई लेना देना नहीं है.
गिरिराज सिंह की इस यात्रा पर जेडीयू लगातार यही बताने की कोशिश कर रही है कि यह गिरिराज सिंह की निजी यात्रा है और जब उनकी पार्टी ही यह कह चुकी है कि इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं तो इस यात्रा को बहुत ज्यादा गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.
"हिन्दू स्वाभिमान यात्रा" के शुभारंभ से पूर्व आज विहपुर विधायक ई.कुमार शैलेन्द्र जी के नेतृत्व व स्वामी दीपांकर जी की गरिमामयी उपस्थिति में विहपुर बाजार में आयोजित सभा में सनातनी बंधु-बांधवों के साथ जातीय विभेद को तोड़कर गौरवशाली हिन्दू स्मिता के रक्षण का संकल्प दुहराया। हम आप… pic.twitter.com/IwUdjSaHU2
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) October 17, 2024
'यह गिरिराज सिंह की निजी यात्रा है'
गिरिराज सिंह की सुरक्षित हिंदू यात्रा पर जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि अब तो उनकी पार्टी ने ही उनकी यात्रा से किनारा कर लिया है. यह गिरिराज सिंह की निजी यात्रा है, इससे नीतीश कुमार की सेक्युलर छवि को कहीं कोई नुकसान नहीं होने वाला. बिहार में हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब सुरक्षित है.
'नहीं कर पा रहे खुलकर विरोध'
वैसे ही कोई पहला मौका नहीं है जब गिरिराज सिंह संगठित हिन्दू सुरक्षित हिन्दू की बात कर रहे हो. गिरिराज सिंह लगातार इस मुद्दे पर मुखरता से अपनी बात रखते रहे हैं. भले ही सहयोगी दल गिरिराज सिंह कि इस यात्रा को उनकी निजी यात्रा बता रहे हो, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं की गिरिराज सिंह किसी यात्रा को लेकर उनके सहयोगी दल सहज तो नहीं है. लेकिन खुलकर अब उसका विरोध भी नहीं कर पा रहे.