एक्सप्लोरर

'बिहार में महागठबंधन जीता तो...', तेजस्वी के सीएम फेस पर दीपांकर भट्टाचार्य का बड़ा बयान, अब क्या कहेगी कांग्रेस?

Dipankar Bhattacharya: बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है. पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के घटक दलों में सबसे अच्छी सफलता दर भाकपा (माले) लिबरेशन की थी.

Dipankar Bhattacharya Statement: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य (Dipankar Bhattacharya) ने बुधवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में 'महागठबंधन' की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव हैं और उनका नाम 'घोषित या अघोषित' होने से कोई फर्क नहीं पड़ता.

'चुनाव जीतने पर मुख्यमंत्री तेजस्वी होंगे'

उन्होंने 'पीटीआई-भाषा' को दिए साक्षात्कार में यह भी कहा कि इसमें कोई असमंजस नहीं होना चाहिए कि 'महागठबंधन' के चुनाव जीतने पर मुख्यमंत्री तेजस्वी होंगे. भट्टाचार्य ने अपनी पार्टी के लिए पिछली बार से अधिक सीटों की परोक्ष रूप से दावेदारी करते हुए कहा कि भाकपा (माले) लिबरेशन इस बार 40-45 विधानसभा सीटों पर जमीनी स्तर की तैयारी कर रही है. 

बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है. पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के घटक दलों में सबसे अच्छी सफलता दर भाकपा (माले) लिबरेशन की थी. वह 19 सीट पर चुनाव लड़ी थी और 12 पर जीत हासिल की थी, यानी उसे 63 प्रतिशत सीटों पर कामयाबी मिली.

महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राजद ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 52 प्रतिशत की सफलता दर से 75 सीटें हासिल की थी. कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, लेकिन उसे 27 प्रतिशत सीटों पर ही सफलता मिली थी और सिर्फ 19 सीटें जीती थीं. 

बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के घटक दलों के गठजोड़ को महागठबंधन के नाम से जाना जाता है. इस गठबंधन में वाम दलों के साथ ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं. 

यह पूछे जाने पर कि भाकपा (माले) लिबरेशन कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी तो भट्टाचार्य ने कहा, 'पिछले विधानसभा चुनाव से यह धारणा है कि यदि माले को अधिक सीटें चुनाव लड़ने के लिए मिली होतीं तो हम लोग सत्ता में होते. कांग्रेस को लड़ने के लिए 70 सीटें मिली थीं, लेकिन उसने 19 जीतीं। हमें 19 सीटें मिली थीं हमने 12 जीतीं। लोकसभा चुनाव में हमें तीन सीटें मिलीं और हम दो जीते.'

उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जिन क्षेत्रों में माले मजबूती से चुनाव लड़ी और जीती, उन्ही क्षेत्रों में राजद और कांग्रेस का प्रदर्शन भी सबसे अच्छा था. उनके अनुसार, 'पिछली बार हम सिर्फ 12 जिलों में लड़े थे. हमारा मानना है कि अब 24-25 जिलों में माले की बहुत मजबूत उपस्थिति है, जहां हमारे लड़ने से नतीजों में फर्क पड़ जाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि इस बार माले को बड़े स्तर पर चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा.'

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब जनाधार वाले जिलों की संख्या बढ़ेगी तो सीटों की संख्या भी बढ़नी चाहिए.  भट्टाचार्य ने कहा, 'बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं और सभी सीटों पर तैयारी है, लेकिन हमारी खास तौर पर जमीनी तैयारी चल रही है. '

यह पूछे जाने पर कि क्या वह कांग्रेस के बराबर सीटों की उम्मीद करते हैं तो उन्होंने कहा, 'सब लोगों को पता है कि बिहार में कांग्रेस की वैसी कोई जमीनी स्थिति नहीं है, लेकिन कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और देश का मुख्य विपक्षी दल है. कांग्रेस की पहचान अलग धरातल पर है. माले की पहचान बिहार में जमीनी स्तर के संगठन की है. हम चाहते हैं कि महागठबंधन के सभी दलों के मजबूत पक्ष का सदुपयोग किया जाए.'

मुख्यमंत्री पद के लिए तेजस्वी यादव का नाम अब तक घोषित नहीं किए जाने से जुड़े सवाल पर भट्टाचार्य ने कहा, 'यह बिहार के लिए कोई सवाल नहीं है. तेजस्वी यादव पिछली बार भी चेहरा थे. दो-दो बार उपमुख्यमंत्री रहे हैं. वह सबसे बड़ी पार्टी राजद के नेता हैं. लोगों के मन में कोई सवाल नहीं है.'

कुछ लोगों के जरिए नाम की घोषणा किए जाने संबंधी सवाल पर भट्टाचार्य ने कहा, 'हमें लगता है कि सबसे पहले महागठबंधन को निर्णायक बहुमत मिले. बाकी मुख्यमंत्री का चयन तो एक औपचारिकता है.' यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव से पहले तेजस्वी का नाम घोषित करना चाहिए तो उन्होंने कहा, 'वह (तेजस्वी) लोगों के लिए घोषित हैं, घोषित या अघोषित का कोई फर्क नहीं है. उनका चेहरा लोगों के सामने है, वह महागठबंधन की समन्वय समिति के प्रमुख हैं.'

उन्होंने यह भी कहा कि इस बात को लेकर असमंजस नहीं है कि चुनाव में महागठबंधन की जीत होने पर मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव होंगे. भट्टाचार्य ने यह भी संभावना जताई कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की तरफ से नीतीश कुमार का ही चेहरा होगा क्योंकि 'नीतीश भाजपा की मजबूरी हैं.' उन्होंने कहा, 'यदि नीतीश मजबूरी नहीं होते तो लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें भाजपा के जरिए हाईजैक नहीं किया जाता.'

प्रशांत किशोर को लेकर क्या कहा?

उन्होंने दावा किया कि जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर भाजपा की 'बी टीम' की तरह काम कर रहे हैं और उनको लेकर लोगों में अब वह उत्सुकता और उत्साह नहीं है जो पहले था. केंद्र सरकार द्वारा जाति जनगणना कराए जाने के बारे में पूछे जाने पर माले प्रमुख ने कहा कि भाजपा पहले जाति जनगणना के खिलाफ थी, लेकिन बिहार चुनाव को देखते हुए शायद उन्होंने इसकी घोषणा की, हालांकि लोगों को पता है कि भाजपा जो कहती है, वह करती नहीं है.

उन्होंने कहा कि जाति जनगणना के साथ ही आरक्षण की सीमा बढ़नी चाहिए और निजी क्षेत्र में भी आरक्षण होना चाहिए. वाम दलों के एकीकरण के विचार पर भट्टाचार्य ने कहा कि उनकी राय में यह एक आखिरी कदम हो सकता है, लेकिन फिलहाल यह जरूरी है कि सभी वामपंथी पार्टियों के बीच बेहतर समन्वय हो.

ये भी पढ़ें:  'पटना हाईकोर्ट के फैसले को सरकार अध्यादेश लाकर बदल दे', दफादार संघ की चेतावनी- मांग की अनदेखी की गई तो...

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

कश्मीर, हिमाचल से लेकर यूपी-झारखंड तक... उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप, जानें किस राज्य में कैसे हालात
कश्मीर, हिमाचल से लेकर यूपी-झारखंड तक... उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप, जानें किस राज्य में कैसे हालात
जम्मू कश्मीर: 'उमर खालिद ने कोई गलत बात नहीं बोली थी', PDP चीफ महबूबा मुफ्ती का बयान वायरल
जम्मू कश्मीर: 'उमर खालिद ने कोई गलत बात नहीं बोली थी', PDP चीफ महबूबा मुफ्ती का बयान वायरल
रोहित शर्मा ने बताया अपना सबसे बड़ा दुख, कभी नहीं भुला पाएंगे; बोले- मैं रिटायरमेंट...
रोहित शर्मा ने बताया अपना सबसे बड़ा दुख, कभी नहीं भुला पाएंगे; बोले- मैं रिटायरमेंट...
प्रियंका चोपड़ा बैक टू बैक नजर आएंगी इन 4 फिल्मों में, बॉक्स ऑफिस पर आएगा सबसे बड़ा तूफान
प्रियंका चोपड़ा बैक टू बैक नजर आएंगी इन 4 फिल्मों में, बॉक्स ऑफिस पर आएगा सबसे बड़ा तूफान

वीडियोज

बागी बेटी की KILLER मोहब्बत
Bollywood News:बॉलीवुड गलियारों की बड़ी खबरें (21.12.2025) | KFH
Ambikapur Road: रातों रात 6 लाख की लागत से बनी सड़क कैसे हुई खराब? | ABP News
UP Encounter: मुख्यमंत्री योगी का एनकाउंटर शो..ON है | CM Yogi | BJP | Breaking | ABP News
UP की कोडीन फाइट...कौन Wrong कैन Right? | Uttar Pradesh | News

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
कश्मीर, हिमाचल से लेकर यूपी-झारखंड तक... उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप, जानें किस राज्य में कैसे हालात
कश्मीर, हिमाचल से लेकर यूपी-झारखंड तक... उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप, जानें किस राज्य में कैसे हालात
जम्मू कश्मीर: 'उमर खालिद ने कोई गलत बात नहीं बोली थी', PDP चीफ महबूबा मुफ्ती का बयान वायरल
जम्मू कश्मीर: 'उमर खालिद ने कोई गलत बात नहीं बोली थी', PDP चीफ महबूबा मुफ्ती का बयान वायरल
रोहित शर्मा ने बताया अपना सबसे बड़ा दुख, कभी नहीं भुला पाएंगे; बोले- मैं रिटायरमेंट...
रोहित शर्मा ने बताया अपना सबसे बड़ा दुख, कभी नहीं भुला पाएंगे; बोले- मैं रिटायरमेंट...
प्रियंका चोपड़ा बैक टू बैक नजर आएंगी इन 4 फिल्मों में, बॉक्स ऑफिस पर आएगा सबसे बड़ा तूफान
प्रियंका चोपड़ा बैक टू बैक नजर आएंगी इन 4 फिल्मों में, बॉक्स ऑफिस पर आएगा सबसे बड़ा तूफान
बांग्लादेश हिंसा के बीच भारत सरकार का बड़ा फैसला, अगले नोटिस तक नहीं होगा ये काम
बांग्लादेश हिंसा के बीच भारत सरकार का बड़ा फैसला, अगले नोटिस तक नहीं होगा ये काम
बांग्लादेश में क्रिकेट स्टेडियम बना जंग का मैदान, मैच देखने आए फैंस ने जमकर की मारपीट- वीडियो वायरल
बांग्लादेश में क्रिकेट स्टेडियम बना जंग का मैदान, मैच देखने आए फैंस ने जमकर की मारपीट- वीडियो वायरल
Blue Turmeric: प्रियंका गांधी रोज खाती हैं नीली हल्दी, आप भी जान लीजिए इसके फायदे
प्रियंका गांधी रोज खाती हैं नीली हल्दी, आप भी जान लीजिए इसके फायदे
Unconquered Indian Forts: भारत के वो किले जिन्हें कभी नहीं जीत पाए अंग्रेज, जानकर होगा गर्व
भारत के वो किले जिन्हें कभी नहीं जीत पाए अंग्रेज, जानकर होगा गर्व
Embed widget