बिहार चुनाव: 'मुझे बिहार में नीतीश सरकार की जरूरत है', क्या प्रधानमंत्री के इस संदेश ने बदल दी तस्वीर?
प्रधानमंत्री ने लिखा- बिहार के विकास में कोई कमी न आए, विकास की योजनाएं अटकें नहीं, भटकें नहीं, इसलिए मुझे बिहार में नीतीश सरकार की जरूरत है. मुझे विश्वास है, डबल इंजन की ताकत, इस दशक में बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी.

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के बढ़ते रुझान ने एक बात तो साफ कर दी है कि भले हीं एनडीए में बीजेपी की अपेक्षा जेडीयू की सीटें कम हों पर सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बनेगी. हालांकि इस बार बिहार में सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ विपक्ष तो विपक्ष एनडीए का हिस्सा रहे एलजेपी भी जम कर हमलावर रही. जिसका असर मिल रहे रुझानों से स्पष्ट है कि पहले चरण के चुनाव में अधिकतर सीटों पर महागठबंधन के खाते में जाती दिखी. लेकिन दूसरा और तीसरा चरण में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीमांचल, मिथिलांचल और चंपारण में चुनावी रैलियां कीं तो अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने स्ष्ट तौर पर ऐलान कर दिया कि हमें बिहार में सीएम नीतीश ही चाहिए.और तो और प्रधानमंत्री ने तीसरे चरण के मतदान से ठीक पहले बिहार की जनता के नाम एक खत लिख डाला और उस खत में प्रधानमंत्री ने एनडीए पर भरोसा बनाए रखने के साथ राज्य के विकास के लिए नीतीश सरकार को बनाए रखने की अपील की. तीसरे चरण के चुनाव के दिन यानि 7 नवंबर को सुबह सुबह प्रधानमंत्री के संदेश ने मिथिलांचल, सीमांचल जैसे इलाकों में चुनावी रुख हीं बदल डाली.
प्रधानमंत्री ने खत में लिखी ये बातें
मेरे प्रिय बिहार के भाइयो और बहनों, सादर प्रणाम! आज इस पत्र के माध्यम से आपसे बिहार के विकास, विकास के लिए एनडीए पर विश्वास और विश्वास बनाए रखने के लिए एनडीए के संकल्प के बारे में बात करना चाहता हूं. युवा हों या बुजुर्ग, गरीब हों या किसान, हर वर्ग के लोग जिस प्रकार आशीर्वाद देने के लिए सामने आ रहे हैं, वह एक आधुनिक और नए बिहार की तस्वीर दिखाता है.बिहार में लोकतंत्र के महापर्व के दौरान मतदाताओं के जोश ने हम सबको और अधिक उत्साह के साथ कार्य करने को प्रेरित किया है. बिहार में लोकतंत्र की पहली कोपल फूटी, ज्ञान-विज्ञान, शास्त्र अर्थशास्त्र, हर प्रकार से बिहार संपन्न रहा है. 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' के मंत्र पर चलते हुए एनडीए सरकार बिहार के गौरवशाली अतीत को फिर स्थापित करने के लिए कटिबद्ध है, प्रतिबद्ध है,साथियो, यह हम सबके लिए गर्व का विषय है कि बिहार चुनाव का पूरा फोकस विकास पर केंद्रित रहा. एनडीए सरकार ने पिछले वर्षों में जो कार्य किए, उसका हमने न केवल रिपोर्ट कार्ड पेश किया, बल्कि जनता-जनार्दन के सामने आगे का विजन भी रखा. लोगों को भरोसा है कि बिहार का विकास एनडीए सरकार ही कर सकती है.साथियो, बिहार में वोट पड़ रहा है- जात-पात पर नहीं, विकास पर झूठे वादों पर नहीं, पक्के इरादों पर कुशासन पर नहीं, सुशासन पर भ्रष्टाचार पर नहीं, ईमानदारी पर अवसरवादिता पर नहीं, आत्मनिर्भरता के विजन पर मैं बिहार के विकास को लेकर बहुत आश्वस्त हूं. बिहार के विकास में कोई कमी न आए, विकास की योजनाएं अटकें नहीं, भटकें नहीं, इसलिए मुझे बिहार में नीतीश सरकार की जरूरत है. मुझे विश्वास है, डबल इंजन की ताकत, इस दशक में बिहार को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी. जय बिहार, जय भारत! राजनीतिक विश्लेशकों की माने तो प्रधानमंत्री के इस अपील ने दिखा दिया अपना कमाल और बिहार विधान सभा चुनाव के दूसरे और तीसरे चरण में एनडीए की बढ़त इस बात की खुद गवाही दे रही है. बताते चलें कि प्रधानमंत्री मोदी ने चार दौरों में 12 चुनावी सभाओं में 110 सीटों को कवर किया गया था. और चुनावी रुझानों और परिणामों के अनुसार पीएम मोदी के प्रचार का इसका बड़ा असर दिख रहा है और कि जिन 110 सीटों पर उन्होंने प्रचार किया वहां की 64 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल कर ली है. पीएम मोदी की अपील ने चुनावी माहौल बदल दिया और एनडीए के लिए सम्मानजनक स्थान बरकरार रखा.ऐसे में कहना गलत नही होगा कि बिहार वासियों ने पीएम की मान का सम्मान रख लिया.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























