भारत-चीन तनाव के बीच शी जिनपिंग ने दिया ये बड़ा बयान, जानें क्या कहा?
शी जिनपिंग ने कहा कि चीन ने दुनिया को देशभक्ति और बहादुरी की मजबूत इच्छा शक्ति दिखाई है. उन्होंने कहा कि चीन के नागरिक कम्युनिस्ट पार्टी के इतिहास को नुकसान पहुंचाने वाले किसी ताकत को नहीं बख्शेंगे.
बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि देश में कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के तहत राष्ट्र की कार्यप्रणाली को बदलने की किसी भी कोशिश का इसके सभी 1.40 अरब नागरिक प्रतिरोध करेंगे. उन्होंने प्रशांत महासागर में द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर चीन के प्रतिरोध की भावना की सराहना की.
शी ने युद्ध में भाग लेने वाले सैनिकों और नागरिकों को समर्पित स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किया और एक मिनट का मौन रखा. उन्होंने कहा, ‘‘चीन के लोगों ने युद्ध के दौरान दुनिया को अपनी देशभक्ति, राष्ट्रीय स्वरूप,बहादुरी और मजबूत इच्छा शक्ति दिखाई थी.’’ जिनपिंग ने कहा, ‘‘चीन के लोग कम्युनिस्ट पार्टी के इतिहास, इसके स्वरूप और इसके मिशन को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति या ताकत को नहीं बख्शेंगे.’’
अमेरिका के बढ़ते राजनीतिक और आर्थिक दबाव का चीन के सामना करने और भारत से लगी सीमा पर गतिरोध और उसकी आर्थिक एवं क्षेत्रीय महत्वाकांक्षा को यूरोपीय देशों और दक्षिण एशियाई देशों से लगे झटके के बाद शी की यह टिप्पणी आई है.
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