चाहे दर्शक हों या न हों, खिलाड़ियों को मैच खेलना ही होगा: पीटरसन
केविन पीटरसन ने कहा कि ये एक ऐसा वायरस है जो इस दुखभरे समय में सभी पर असर डाल रहा है. ऐसे में अगर क्रिकेट होता है तो इससे सभी के चहरों पर मुस्कान आएगी. हालांकि इसका आयोजन बिना फैंस के ही किया जाना चाहिए.

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने कहा है कि अगर क्रिकेट को फिर से दुनियाभर में बंद दरवाजे के पीछे शुरू किया जाता है तो इससे दुनिया के सभी फैंस का मनोबल ऊंचा होगा. तो वहीं अंत में क्रिकेट खिलाड़ियों को इसके लिए फैंस का धन्यवाद करना होगा.
पीटरसन ने कहा कि कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को एक जगह लाकर रोक दिया है. ऐसे में क्रिकेट को एक बार फिर से शुरू करने के लिए सभी लोगों को प्रयास करने चाहिए. 39 साल के इस खिलाड़ी ने एक इंटरव्यू में कहा कि, इस दौरान सभी उदास हैं और ऐसे में क्रिकेट ही एक ऐसा खेल है जो सबके चेहरे पर खुशी ला सकता है.
खेल बहुत सारे लोगों के लिए इतना उत्थान और सकारात्मक है. नए खेलों को बंद दरवाजों के पीछे खेलना होगा, जब तक कि हमें कोरोनवायरस का टीका नहीं मिल जाता. खिलाड़ियों को भी इससे ठीक इसी तरह निपटना होगा. पीटरसन ने कहा कि कुछ खिलाड़ी अपने बेहतरीन फॉर्म में हैं. ऐसे में वो क्यों नहीं खेलना चाहेंगे? वहीं क्या हुआ अगर क्राउड नहीं है. ऐसे में ब्रॉडकास्टर्स को इससे काफी फायदा होगा क्योंकि मैच को हर जगह दिखाना होगा.
पीटरसन ने आगे कहा कि ये वायरस हर किसी पर असर कर रहा है और यही इसकी खास बात है. विराट कोहली भी ठीक उसी जगह पर हैं, स्टीव स्मिथ, केन विलियमसन, डी कॉक हम सब एक साथ हैं.
बता दें कि पीटरसन ने 23 शतक जड़े और इंग्लैंड के लिए 104 टेस्ट में 8,000 से अधिक रन बनाए, आखिरकार 2018 में दुनिया भर के क्लब टीमों के लिए खेलने के बाद 2018 में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
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