![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
वीरेंद्र सहवाग की उपलब्धि का आधा भी हासिल कर लूंगा तो बहुत खुशी होगी: मयंक अग्रवाल
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में धमाकेदार डेब्यू करने वाले मयंक अग्रवाल ने सहवाग के साथ अपनी तुलना पर कहा है कि अगर वह उनके उपलब्धि का आधा भी हासिल कर ले तो उन्हें खुशी होगी.
![वीरेंद्र सहवाग की उपलब्धि का आधा भी हासिल कर लूंगा तो बहुत खुशी होगी: मयंक अग्रवाल will be happy to achieve even half of what sehwag did mayank agarwal वीरेंद्र सहवाग की उपलब्धि का आधा भी हासिल कर लूंगा तो बहुत खुशी होगी: मयंक अग्रवाल](https://wcstatic.abplive.in/prod/wp-content/uploads/2019/01/y99lmczcoL.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में धमाकेदार डेब्यू करने वाले मयंक अग्रवाल की तुलना अब भारत के पू्र्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग की जाने लगी है. सहवाग से तुलना के बाद मयंक का मानना है कि अगर वह उनके करियर का आधा भी हासिल कर लेंगे तो उन्हें खुशी होगी.
पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर और उनके निजी कोच इरफान सैत को लगता है कि अग्रवाल में ‘सहवाग की थोड़ी झलक’ दिखती है जिनके खेलने की शैली सहवाग की आक्रामक शैली की तरह दिखती है.
सीरीज के बीच टीम में शामिल किये गये 27 साल के खिलाड़ी ने मेलबर्न और सिडनी में मौके का फायदा उठाकर 77, 76 और 42 रन की पारियां खेलीं जिसने ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली टेस्ट जीत में अहम भूमिका निभायी.
कर्नाटक के इस बल्लेबाज ने स्वदेश लौटने के बाद कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं, मैं तुलना का प्रशंसक नहीं हूं लेकिन वह (सहवाग) भारतीय क्रिकेट में महान खिलाड़ियों में से एक हैं. मैं सिर्फ क्रीज पर जाकर अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं और देखना चाहता हूं कि इसमें कितना अच्छा हो सकता है. यह कहने का मेरा मतलब है कि उन्होंने (सहवाग) जो किया है, अगर मैं उसका आधा भी कर लूं तो मुझे खुशी होगी. ’’
ऑस्ट्रेलिया में उनकी तीनों पारियों के दौरान उनके बल्ले पर एक भी प्रायोजक का लोगो नहीं था लेकिन उन्हें उम्मीद है कि उन्हें कोई प्रायोजक मिल जायेगा.
अग्रवाल ने चोटिल पृथ्वी शॉ की जगह ली थी. शुरूआती दो टेस्ट में विफल होने के बाद लोकेश राहुल और मुरली विजय के टीम से बाहर कर दिया गया था लेकिन उन्होंने जोश हेजलवुड, पैट कमिंस ओर मिचेल स्टार्क जैसे गेंदबाजों की कड़ी चुनौती का सामना किया.
अग्रवाल ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से, एमसीजी पर डेब्यू करना काफी खास था और सबसे अहम ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतना था. हम ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने वाली उप महाद्वीप की पहली टीम बन गये. इससे बेहतर शुरूआत नहीं हो सकती थी. ’’
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)