ये विराट कोहली के आराम का मामला है!
नागपुर टेस्ट में भारत की शानदार जीत के तुरंत बाद चयनकर्ताओं ने तीसरे टेस्ट मैच के साथ-साथ वनडे सीरीज के लिए भी टीम का एलान कर दिया.

शिवेन्द्र कुमार सिंह,वरिष्ठ खेल पत्रकार
नागपुर टेस्ट में भारत की शानदार जीत के तुरंत बाद चयनकर्ताओं ने तीसरे टेस्ट मैच के साथ-साथ वनडे सीरीज के लिए भी टीम का एलान कर दिया. ऐसा कुछ बहुत चौंकाने वाला तो नहीं हुआ लेकिन वनडे सीरीज से विराट कोहली ने आराम ले लिया. श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में रोहित शर्मा टीम की कप्तानी संभालेंगे.
नागपुर टेस्ट मैच शुरू होने से पहले विराट कोहली ने बड़े खुले शब्दों में इस बात की आलोचना की थी कि उन्हें और उनकी टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अहम दौरे के लिए तैयारी का वक्त नहीं मिल रहा है. उन्होंने साफ कहा था कि इतने अहम दौरे से पहले करीब एक महीने का वक्त सिर्फ तैयारियों के लिए मिलना चाहिए. विराट कोहली का आशय था कि खिलाड़ी चाहे कोई भी हो कितना भी बड़ा हो और कितना भी फिट हो उसे भी आऱाम चाहिए होता है. खिलाड़ी मशीन नहीं है उसे भी चोट लगने पर खून निकलता है. विराट कोहली की इस नाराजगी को मीडिया ने भी अच्छी तरह सुर्खियों में रखा, कई पूर्व खिलाड़ी उनके समर्थन में आए. जिसमें सौरव गांगुली भी शामिल थे. ऐसे में सोमवार को जब चयनकर्ताओं ने वनडे सीरीज से उनके आराम लेने का ऐलान किया तो किसी को ताज्जुब नहीं हुआ.
ये आराम का मामला है
विराट कोहली के वनडे सीरीज से आराम लेने का मतलब है कि उन्हें करीब दो हफ्ते का आराम मिल जाएगा. श्रीलंका के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में खेला जाना है. जो 6 दिसंबर को खत्म होगा. इसके बाद 10 दिसंबर से वनडे सीरीज शुरू होगी जो 17 दिसंबर तक चलेगी. वनडे सीरीज से आराम लेने का मतलब है कि विराट कोहली को 7 दिसंबर से लेकर 17 दिसंबर तक मैदान में पसीना बहाने की जरूरत नहीं है. इस तरह उन्हें धर्मशाला, चंडीगढ और विशाखापत्तनम के सफर से भी छुट्टी मिलेगी, जहां भारतीय टीम को वनडे मैच खेलने हैं. अगर थोड़ा और विस्तार में जाएं तो वनडे सीरीज से आराम करने का मतलब है कि विराट कोहली करीब 4000 किलोमीटर का सफर करने से बच जाएंगे. वरना दिल्ली से धर्मशाला, धर्मशाला से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से विशाखापत्तनम के बीच की दूरी उन्हें टीम के साथ सफर करके तय करनी होती.
आराम में नई मिसाल कैसे
ऐसा नहीं कि जरूरत से ज्यादा क्रिकेट का मुद्दा पहली बार विराट कोहली ने उठाया हो, इससे पहले भी ये मुद्दा उठा है. लेकिन इसके बदले में एक वक्त तो ऐसा था कि बोर्ड की तरफ से बाकयदा धमकी जैसी चेतावनी दी जाती थी कि जिस खिलाड़ी को आराम करना है वो कर ले, इसमें छिपा संदेश ये होता था कि अगर उसकी जगह लेने वाले खिलाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन कर दिया तो फिर पहले वाले की वापसी की गारंटी नहीं होगी. याद कीजिए कि पिछली बार किस कप्तान ने इस तरह सीरीज के बीच में बड़ा बयान दिया हो और फिर आराम भी लिया हो. वो भी तब जब वो शानदार फॉर्म में चल रहा हो. विराट कोहली ने नागपुर टेस्ट में शानदार शतक बनाया है. जिसके बाद उन्होंने कई नए रिकॉर्ड भी कायम किए.
क्रिकेट के जानकार कहते भी हैं कि जब फॉर्म अच्छी हो तो ज्यादा से ज्यादा रन बटोर लेने चाहिए क्योंकि फॉर्म कभी भी चली जाती है, लेकिन विराट कोहली का आत्मविश्वास इस वक्त उस बुलंदी पर है जहां उन्हें अपनी फिटनेस की फिक्र ज्यादा है, फॉर्म को लेकर वो निश्चिंत दिखाई देते हैं. रोहित शर्मा आईपीएल में मुंबई इंडियंस की शानदार कप्तानी करते हैं. मुंबई इंडियंस को चैंपियन बना चुके हैं लेकिन विराट कोहली को इस बात में भी कोई खतरा नहीं नजर आता कि अगर रोहित शर्मा ने टीम इंडिया की कप्तानी में भी कमाल किया तो आने वाले वक्त में लोग रोहित को विराट कोहली के विकल्प के तौर पर भी देख सकते हैं. दरअसल, विराट कोहली की नजर अब उस धमाल पर है जो अब तक हुआ नहीं है. दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे मुश्किल दौरे में भारतीय टीम ज्यादातर हार कर ही लौटी है. विराट कोहली अब उन्हीं देशों को हराने की ‘प्लानिंग’ में लगे हैं. उन्हें पता है कि इसके लिए उन्हें सबसे पहले फिट रहना होगा और खुद को तरोताजा रखना होगा.
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Source: IOCL


















