Ukraine-Russia War: परमाणु युद्ध को लेकर रूस की तरफ से जारी हुआ ये बयान, जानें क्या कुछ कहा
Russia News: रूसी संघ ने कहा कि वर्तमान स्थिति में सबसे पहला काम परमाणु शक्तियों के किसी भी सैन्य संघर्ष से बचना है.

Ukraine-Russia War: रूस और यूक्रेन में जारी जंग को लेकर स्थिति हर दिन बिगड़ती जा रही है. हाल ही में रूस की तरफ से यूक्रेन में हमले तेज किए गए हैं तो यूक्रेन ने भी एक दिन में रूस के एक हजार सैनिकों को मारने का दावा किया है. इस बीच परमाणु हथियारों (Nuclear Weapons) के इस्तेमाल का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. दोनों देशों ने एक दूसरे पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर आरोप लगाए हैं. इसी बीच बुधवार (2 नवंबर) को रूसी संघ ने परमाणु युद्ध को रोकने को लेकर बयान जारी किया है.
रूस ने बयान में कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य और परमाणु हथियार शक्तियों में से एक के रूप में, रूसी संघ अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता को मजबूत करने से संबंधित मामलों में एक विशेष जिम्मेदारी वहन करता है. परमाणु निरोध पर अपनी नीति को लागू करने में रूस को इस सिद्धांत की ओर से सख्ती से और लगातार निर्देशित किया जाता है कि परमाणु युद्ध नहीं जीता जा सकता है और इसे कभी नहीं लड़ा जाना चाहिए.
क्या कहा रूसी संघ ने?
रूसी संघ ने कहा कि इस क्षेत्र में रूसी सैद्धांतिक दृष्टिकोण अत्यंत सटीकता के साथ परिभाषित किए गए हैं. केवल रक्षात्मक लक्ष्यों का पीछा करें और विस्तृत व्याख्या को स्वीकार न करें. ये दृष्टिकोण रूस को परमाणु हथियारों का काल्पनिक रूप से सहारा लेने की अनुमति देते हैं. रूस परमाणु हथियारों को सीमित करने के क्षेत्र में मौजूदा व्यवस्थाओं और समझ की निरंतर प्रासंगिकता से आगे बढ़ता है. हम परमाणु युद्ध को रोकने और 3 जनवरी, 2022 को हथियारों की दौड़ से बचने के लिए पांच परमाणु हथियार संपन्न देशों के नेताओं के संयुक्त बयान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पूरी तरह से पुष्टि करते हैं.
परमाणु शक्तियों को सैन्य संघर्ष से बचना चाहिए
बयान में आगे कहा गया कि हम दृढ़ता से आश्वस्त हैं कि वर्तमान स्थिति में, सबसे पहला कार्य परमाणु शक्तियों के किसी भी सैन्य संघर्ष से बचना है. हम अन्य राज्यों से आग्रह करते हैं कि वे इस सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्य को हल करने के लिए अपनी इच्छा को प्रदर्शित करें और प्रत्यक्ष सशस्त्र संघर्ष के कगार पर संतुलन बनाते हुए एक दूसरे के महत्वपूर्ण हितों का उल्लंघन करने के खतरनाक प्रयासों को छोड़ दें. साथ ही सामूहिक विनाश के हथियारों के साथ उकसावे को बढ़ावा ना दें, क्योंकि इसके विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं.
गौरतलब है कि रूस (Russia) ने हाल ही में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की निगरानी में परमाणु अभ्यास किया था. इस दौरान बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों दागी गई थीं. इससे पहले रूस ने आरोप लगाया था कि यूक्रेन (Ukraine) 'डर्टी बम' का इस्तेमाल कर सकता है और रूस को परमाणु हमले के लिए उकसा रहा है.
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Source: IOCL























