पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच फिर होगी जंग? तालिबान के साथ नहीं बनी बात, तिलमिला उठे ख्वाजा आसिफ
इस हफ्ते की शुरुआत में पाकिस्तान और अफगान सेनाओं के बीच चमन सीमा के पास गोलीबारी हुई, जिससे अस्थायी युद्धविराम टूट गया. उस दौरान दोनों पक्षों के अधिकारी इस्तांबुल में थे.

पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच इस्तांबुल में चल रही शांति वार्ता विफल हो गई है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पुष्टि करते हुए कहा कि बिना किसी सफलता के बातचीत समाप्त हो गई है.
सीएनएन-न्यूज18 ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि तालिबान शासन सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए लिखित गारंटी नहीं दे रहा है और साथ ही इस प्रक्रिया में शामिल मध्यस्थ भी अब गतिरोध से तंग आ गए हैं. आसिफ ने कहा, "इस्तांबुल में वार्ता विफल रही है." उन्होंने आगे कहा कि उन्हें विश्वास नहीं है कि मध्यस्थता का एक और दौर जल्द ही होगा.
ख्वाजा आसिफ ने तालिबान पर लगाए आरोप
ख्वाजा आसिफ ने तालिबान पर क्षेत्र में आतंकवाद से निपटने के प्रति गंभीर न होने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद अपने लोगों और संप्रभुता की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक विकल्पों का प्रयोग जारी रखेगा. बता दें कि ये विफल वार्ता पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच हुई है.
इस हफ़्ते की शुरुआत में पाकिस्तान और अफ़ग़ान सेनाओं के बीच चमन सीमा के पास गोलीबारी हुई, जिससे अस्थायी युद्धविराम टूट गया. उस दौरान दोनों पक्षों के अधिकारी शांति वार्ता के लिए इस्तांबुल में थे.
अफगानिस्तान के पाकिस्तान पर आरोप
न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक अफ़ग़ान सैन्य सूत्रों ने दावा किया है कि पाकिस्तान ने हल्के और भारी हथियारों का इस्तेमाल किया और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया है. अफ़ग़ान बलों ने कथित तौर पर चल रही बातचीत के सम्मान में गोलीबारी की. वहीं दूसरी ओर इस्लामाबाद ने आरोपों का खंडन करते हुए जोर देकर कहा कि गोलीबारी अफ़ग़ानिस्तान की ओर से शुरू की गई थी और पाकिस्तानी बलों ने संयमी और जिम्मेदाराना तरीके से जवाब दिया.
पाकिस्तान के सूचना मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा कि हम चमन में पाक-अफगान सीमा पर आज की घटना के संबंध में अफगान पक्ष द्वारा प्रसारित दावों को दृढ़ता से खारिज करते हैं.
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Source: IOCL























