'जाति या नस्ल के आधार पर नहीं...', पत्नी उषा वेंस पर नस्लभेदी टिप्पणी को लेकर क्या बोले US वाइस प्रेसीडेंट?
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने उनकी पत्नी पर की जा रही नस्लभेदी टिप्पणी पर अपनी राय रखी है. उन्होंने साथ ही उनकी आलोचना करने वाले लोगों घिनौनी सोच वाला बताया है.

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने उनकी पत्नी और अमेरिका की सेकंड लेडी उषा वेंस पर की गई नस्लभेदी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने जबरदस्त पलटवार करते हुए दक्षिणपंथी कमेंटेटर निक फुएंतेस और जेन साकी को कटघरे में खड़ा किया है. जेन साकी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रेस सेक्रेटरी रह चुके हैं. दोनों ने उषा वेंस को निशाने पर लेते हुए यहूदी विरोधी और भारत विरोधी टिप्पणी की है.
'किसी भी तरह की नस्लभेदी टिप्पणी अस्वीकार्य है'
एक इंटरव्यू में जेडी वेंस ने कहा कि मैं साफ करना चाहता हूं कि जो भी मेरी पत्नी पर टिप्पणी करेगा, वो दफा हो जाए. चाहे उसका नाम जेन साकी हो या निक फुएंतेस. उन्होंने साथ ही कहा कि यहूदी विरोध और सभी तरह की जातीय नफरत अस्वीकार्य है. यह संयुक्त राज्य अमेरिका के उपराष्ट्रपति के तौर पर मेरी आधिकारिक नीति है. खासकर कंजर्वेटिव आंदोलन के दौरान.
वेंस बोले- यह घिनौना है
उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि चाहे आप किसी पर भी निशाना साध रहे हों, सिर्फ इस वजह पर कि वो गोरा है या काला या यहूदी तो मुझे लगता है कि यह घिनौना है.
फुएंतेस ने बार-बार नस्लभेदी शब्दों का उपयोग कर उषा वेंस को टारगेट किया था. उन्होंने कहा था कि दो भारतीय प्रवासियों की अमेरिकी मूल की बेटी हैं. उन्होंने साथ ही जेडी वेंस को Race Traitor यानी नस्ल का गद्दार कहा है. इसके पीछे तर्क है कि उन्होंने ऐसी महिला से शादी की जो गोरी नहीं है.
इससे पहले भी उषा वेंस पर की जा चुकी टिप्पणी
अक्टूबर में साकी ने उषा वेंस को लेकर कहा था कि उन्हें अपने पति से बचाने की जरूरत पड़ सकती है. साकी ने कहा था कि मैं हमेशा सोचती हूं कि उनकी पत्नी के मन क्या चल रहा होगा. क्या तुम ठीक हो? कृपया चार बार पलकें झपकाओ. हम आएंगे. यहां आओ. हम तुम्हें बचा लेंगे.
'नस्लवाद गलत है, कामों के आधार आंका जाना चाहिए'
वेंस ने कहा कि नस्लवाद गलत है. लोगों को उनकी जाति या नस्ल के आधार पर नहीं, बल्कि कामों के आधार पर आंका जाना चाहिए. फुएंतेस और उनके फॉलोअर लगातार उषा वेंस पर विवादित टिप्पणियां कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि असल समस्या इंटरनेट पर मौजूद लोग नहीं है. बल्कि सत्ता में बैठे लोग हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके बच्चे भी नस्लभेद का सामना कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि बाइडेन के समय इन नीतियों ने उनके बच्चों को काफी नुकसान पहुंचा.
'वंश और जेनेटिक्स पर बहुत ध्यान देते हैं'
वेंस ने कहा कि हेरिटेज अमेरिकन वंश और जेनेटिक्स पर बहुत ज्यादा ध्यान देते हैं. वह अमेरिकी आदर्शों को नजरंदाज करते हैं. इससे पहले पूर्व रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने अमेरिकी पहचान की धारणाओं को चुनौती दी थी. उन्होंने मूल्यों और आदर्शों पर ध्यान देने का आग्रह किया था. हेरिटेज अमेरिका के कॉन्सेप्ट को पागलपन बताया था.
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