Lockdown: झारखंड सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए लांच किया एप, दूर फंसे लोगों तक पहुंचेगी नगद मदद
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के बाहर लॉकडाउन के कारण फंसे श्रमिकों की सहायता के लिए मोबाइल एप लांच किया है. इस एप को covid19help.jharkhand.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है.

रांची: कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन होने की वजह से लोग यहां-वहां फंसे हुए हैं. झारखंड से दूसरे राज्यों में बड़ी संख्या में मजदूर काम की तलाश में बाहर जाते हैं. ऐसे में सरकार ने उनकी मदद के लिए एप लांच किया है जिसके जरिए राज्य से बाहर फंसे झारखंडी मजदूरों तक राज्य सरकार सीधे मदद पहुंचा सकती है.
लॉकडाउन के पहले चरण में तो मजदूरों ने किसी तरह गुजर बसर कर अपना काम चलाया क्योंकि उम्मीद थी कि जल्द ही लॉकडाउन खत्म होगा और सब अपने-अपने घर वापस चले जायेंगे लेकिन लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा के बाद मजदूरों की हालत और खराब होती जा रही है. ऐसे में झारखंड सरकार ने ये कदम उठाया है.
इस एप को https://covid19help .jharkhand.gov.in से डाउनलोड किया जा सकता है.
इस एप के जरिये सरकार इन चीजों की जांच करती है.
1-आवेदक का जियो-लोकेशन राज्य से बाहर का होना चाहिए.
2- आवेदक का नाम उसके आधार डाटा में अंकित नाम से मेल खाना चाहिए.
3- आवेदक द्वारा दिया गया बैंक विवरण झारखंड राज्य का ही होना चाहिए.
4- आवेदक के द्वारा निम्न आंकड़ों की प्रविष्टि की जाती है.
5- आवेदक का गृह जिला, प्रखंड, पंचायत.
6- आवेदक का नाम, पिता का नाम, आधार संख्या, बैंक का विवरण.
7- वर्तमान राज्य एवं जिला जहां फंसे हैं.
8- मोबाइल नम्बर.
इसके बाद आधार नम्बर से आंकड़ों और मोबाइल नम्बर को ओटीपी के जरिये सत्यापन किया जाता है. साथ ही आवेदक को अपने आधार कार्ड की तस्वीर और सेल्फी को भी अपलोड करना होगा. जिसका वेरिफिकेशन भुगतान से पहले संबंधित गृह जिले के जरिये किया जाएगा.
झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि जो लोग इस ऐप के जरिये रजिस्ट्रेशन कराएंगे उन सभी मजदूरों के खाते में सरकार 1 हजार रुपये की नगद राशि उपलब्ध कराएगी.
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