कुशवाहा की पार्टी को 2 सीटें मंजूर नहीं, कहा- हम बीजेपी के नौकर नहीं, महागठबंधन के रास्ते खुले हैं
नागमणि ने कहा, ''हम बीजेपी के नौकर नहीं कि जो वो कुछ भी कहें और हम मान लें. हमारी पार्टी स्वतंत्र है और अगर सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो महागठबंधन के रास्ते खुले हुए हैं.''

पटना: बिहार में एनडीए में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी को कितनी सीटें मिलेंगी इसपर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच आरएलएसपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी पर एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी स्वतंत्र है और अगर सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो महागठबंधन के रास्ते खुले हुए हैं.
नागमणि ने कहा, ''हम बीजेपी के नौकर नहीं कि जो वो कुछ भी कहें और हम मान लें. हमारी पार्टी स्वतंत्र है और अगर सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो महागठबंधन के रास्ते खुले हुए हैं. बीजेपी-आरएसएस में समझदार लोग माने जाते हैं लेकिन पता नहीं उनका दिमाग कहां है. आज की तारीख में बिहार में बीजेपी और आरजेडी के बाद आरएलएसपी सबसे ज्यादा जनाधार वाली पार्टी है.''

आरएलएसपी नेता ने कहा कि हमारा जनाधार जेडीयू से पांच गुना ज्यादा है. उन्होंने कहा, ''ये कोई सत्यनारायण भगवान का प्रसाद है क्या जो दो सीटें ले लें. हमें चिकन बिरयानी और खीर खाना है.'' गौरतलब है कि कहा जा रहा है कि कुशवाहा की पार्टी को दो सीटें मिलने की संभावना है.
बता दें कि मंगलवार को दिल्ली में बीजेपी के बिहार प्रभारी से उपेंद्र कुशवाहा ने मुलाकात की. इसको लेकर नागमणि ने कहा कि हमने अपनी बात भूपेंद्र यादव को बता दी है. जितनी सीटें नीतीश कुमार को मिलने वाली हैं उससे पांच गुना सीटें हमें मिलनी चाहिए या फिर सभी घटक दलों के बीच 10-10 सीटें बांट ली जाएं. हमारी कृपा से ही बिहार में सरकार बनती है. हम जिधर रहेंगे उधर का पलड़ा भारी रहेगा और यही वजह है कि महागठबंधन से हमें 10 बार ऑफर आ चुका है लेकिन बीजेपी को ये बात समझ नहीं आ रही है. नागमणि ने कहा, ''बिहार में एनडीए की सरकार बनी और हमें पूछा भी नहीं गया, नीतीश कुमार को क्या लगता है कि वो बाघ हैं और हम बकरी.''
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