चंद्रयान-2 पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू बोले- देश के वैज्ञानिकों की मेहनत को सलाम
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि चंद्रयान का लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं. उन्होंने इसरो के वैज्ञानिक की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता को सलाम किया. बता दें कि भारत के चंद्रयान का संपर्क लैंडिंग के अंतिम समय में टूट गया.
नई दिल्ली: चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय इसरो से संपर्क टूट गया. इसके बाद इसरो के वैज्ञानिक निराश हो गए, लेकिन इनके कामों की देश में सभी तारीफ कर रहे हैं. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा है कि इसमें निराश होने वाली कोई बात नहीं है.
वेंकैया नायडू ने ट्वीट किया, ‘‘ निराश होने की कोई जरूरत नहीं है. इसरो का केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं. उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऑर्बिटर अपने पेलोड के साथ अब भी काम कर रहा है. उन्होंने लिखा, ‘‘ मैं इसरो के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और चंद्रयान-2 से जुड़े सभी लोगों को अंतरिक्ष खोज में नए मोर्चे पर विजय प्राप्त करने के प्रयास में उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के लिए सलाम करता हूं.’’
130 करोड़ भारतीयों को इसरो की सफलताओं पर गर्व है। अनुसंधान की अनिश्चितताओं में इसरो ने हर असफलता को एक अवसर मान कर, उससे बड़ी सफलता हासिल की है। सिर्फ लैंडर से संपर्क टूटा है, आपका हौसला नहीं, देश का विश्वास नहीं टूटा। @isro #isro #Chandrayaan2
— VicePresidentOfIndia (@VPSecretariat) September 7, 2019
वेंकैया नायडू ने भारतीय अनुसंधान संगठन (इसरो) को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश को उनपर गर्व है. गौरतलब है कि चंद्रयान -2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीन से संपर्क उस वक्त टूट गया जब वह चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था.
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