INS Vagsheer: टेस्टिंग और ट्रायल के लिये लॉन्च हुई स्कॉर्पिन श्रेणी की छठी पनडुब्बी 'वागशीर', जानें क्या हैं खूबियां
वागशीर स्कॉर्पिन वर्ग की छठी और आखरी पनडुब्बी है, आज लॉन्च होने के बाद इसका उपयोग अगले 1 साल या उससे अधिक समय तक टेस्टिंग और ट्रायल के लिए किया जायेगा.
मुंबई में आज INS वागशीर को लॉन्च किया गया. यह पनडुब्बी प्रोजेक्ट-75 के तहत तैयार की गई है. अब इसका समुद्री परिक्षण किया जायेगा और फिर इसके बाद इसको विधवत नौसेना में शामिल किया जायेगा. यह बेजोड़ क्षमताओं से युक्त है, इसलिये यह दुश्मन के मंसूबों को चूर करने में कामयाब होगी.
इस पनडुब्बी के जलावतरण का आयोजन रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार की उपस्थिति में किया गया है. वागशीर स्कॉर्पिन वर्ग की छठी और आखरी पनडुब्बी है. वागशीर आज लॉन्च होने के बाद 1 साल या उससे अधिक समय तक टेस्टिंग और ट्रायल के लिए इस्तेमाल की जायेगी. ताकि पनडुब्बी युद्ध के लिए, दुश्मन से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाए, उसके बाद वागशीर को भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिए कमिशनिंग किया जाएगा.
The 6th & last submarine of #IndianNavy’s Project – 75 named ‘Vagsheer’, was launched on #20Apr 22, @drajaykumar_ias, Defence Secretary was the Chief Guest for the occasion.
— SpokespersonNavy (@indiannavy) April 20, 2022
These submarines are being built indigenously at #MazagonDock, #Mumbai.#AatmaNirbharBharat@makeinindia pic.twitter.com/oKuUFIBJGP
कई पनडुब्बियों से बेहतर है ये पनडुब्बी
यह पनडुब्बी अपनी श्रेणी की कई पनडुब्बियों में से सबसे बेहतर है. यह कई खुबियों से लैस है. इसकी खूबियों में उन्नत ध्वनिक अवशोषण तकनीक, कम विकिरणित शोर स्तर, हाइड्रो गतिशील रूप से आकार का अनुकूलन आदि मुख्य हैं. यह पनडुब्बी कई तरह की निगरानी की जिम्मेदारी ले सकती है. यह एंटी सरफेस वॉरफेयर, एंटी सबमरीन वॉर फेयर, इंटेलिजेंस गेदरिंग, एरिया सर्विलांस जैसी जिम्मेदारियों को निभाने में सक्षम है.
आपको बता दें कि भारतीय नौसेना अब तक एमडीएल द्वारा निर्मित स्कॉर्पियन श्रेणी की कई पनडुब्बियों मे कलवरी, खंडेरी, करंज और वेला का कमशनिंग कर चुकी है. वागीर पनडुब्बी की टेस्टिंग और ट्रायल जारी है. इसी बीच इस सीरीज की आखिरी पनडुब्बी वागशीर को आज पानी में उतारा गया है.