VHP के जवाब में तोगड़िया ने बनाया AHP:अक्टूबर में कर सकते हैं राजनीतिक फ्रंट का एलान
तोगड़िया ने एलान किया कि राम मंदिर निर्माण के लिए अक्टूबर में वो लखनऊ से अयोध्या मार्च करेंगे. साथ ही अक्टूबर में ही किसानों और रोजगार के मुद्दों पर और भी आंदोलन करेंगे.
नई दिल्लीः हिन्दूवादी नेता प्रवीण तोगड़िया ने अपने पुराने संगठन विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जवाब में अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद (AHP) बनाया है. तोगड़िया अपने नए संगठन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे. दिल्ली में संगठन को लॉन्च करने के मौके पर तोगड़िया ने साफ तौर पर इशारा किया कि अक्टूबर में वो अपने राजनीतिक फ्रंट का एलान करेंगे. तोगड़िया ने नारा दिया, "अबकी बार हिंदुओं की सरकार". तोगड़िया से जब ये पूछा गया कि क्या वो अब भी खुद को स्वयंसेवक मानते हैं? बागी अंदाज में उनका जवाब था 'इसका जवाब संघ प्रमुख देंगे'.
अक्टूबर से आंदोलनः तोगड़िया ने एलान किया कि राम मंदिर निर्माण के लिए अक्टूबर में वो लखनऊ से अयोध्या मार्च करेंगे. साथ ही अक्टूबर में ही किसानों और रोजगार के मुद्दों पर और भी आंदोलन करेंगे. उन्होंने मोदी सरकार पर राम मंदिर के मुद्दे पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. साथ ही किसानों की आत्महत्या और युवाओं की बेरोजगारी का मुद्दा उठा कर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा.
20 करोड़ हस्ताक्षरः तोगड़िया के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के एक हजार कार्यकर्ता 'हिन्दू मांग पत्र' के समर्थन में देश भर के 10 करोड़ परिवारों में जा कर 20 करोड़ हस्ताक्षर इकट्ठा करेंगे. तोगड़िया ने कहा कि इससे 20 करोड़ हिन्दू वोट बैंक बनेगा. इसके जरिए भारत को फिर से हिन्दू राष्ट्र बनाने का काम होगा.
हिन्दू ही आगे' का नारा: अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद के साथ ही तोगड़िया ने आधा दर्जन संगठनों का भी एलान किया. युवाओं के लिए राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय किसान परिषद, राष्ट्रीय मजदूर परिषद, राष्ट्रीय छात्र परिषद, राष्ट्रीय महिला परिषद और युवतियों के लिए ओजस्विनी संगठन का भी गठन किया गया. कार्यक्रम में देश भर से तोगड़िया के समर्थक जमा हुए थे. लोगों की भगवा टोपी पर लिखा था 'हिन्दू ही आगे'
श्यामा प्रसाद मुखर्जी से प्रणब मुखर्जी! : तोगड़िया ने अपने भाषण में गरजते हुए कहा कि "हमारा सपना हिंदुओं के स्वर्ण युग का, लेकिन युवा बेरोजगार है. किसान आत्महत्या कर रहा है, सैनिक मर रहा है, ये हिन्दू स्वर्ण युग नहीं है". संघ पर निशाना साधते हुए तोगड़िया वाले कि "आप श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जगह प्रणब मुखर्जी से प्यार करने लगे". अयोध्या में राम मन्दिर की मांग तेज करते हुए तोगड़िया ने कहा कि इसका समाधान कोर्ट से नहीं बल्कि संसद में कानून बना कर ही हो सकता है. तोगड़िया ने कहा कि अयोध्या के साथ मथुरा और काशी में भी अयोध्या दुहराया जाएगा. तोगड़िया ने एक 'हिन्दू मांग पत्र' रखा जिसको लेकर उनके कार्यकर्ता हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे.
तोगड़िया की मांगें:
1. काशी, मथुरा, अयोध्या मुक्त करने के लिए संसद कानून बनाए 2. गौ हत्या रोकने का कानून बने 3. समान नागरिक कानून 4. धारा 370, कश्मीरी हिंदुओं की घर वापसी 5. बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाला जाए 6. मुस्लिम का अल्पसंख्यक का दर्जा खत्म करो, अल्पसंख्यक आयोग खत्म करो. अल्पसंख्यकों पर खर्च होने वाले 25 हजार करोड़ गरीब हिंदुओं पर खर्च किया जाएं 7. किसानों का कर्ज माफ किया जाए, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू हो 8. मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी मिले, युवा रोजगार आयोग बना कर युवाओं को रोजगार मिले या बेरोजगारी भत्ता 9. सस्ती शिक्षा 10. वन रैंक वन पेंशन
तोगड़िया ने कहा कि हिंदुत्व का अर्थ राम मंदिर भी है, कर्ज मुक्त किसान भी है. रोजगार भी है , शिक्षा भी है, सुरक्षित मां-बहन भी है. अहम बात ये थी कि कार्यक्रम के मुख्य बैनर पर एक तरफ धनुष उठाए भगवान राम और दूसरी तरफ हल उठाए किसान नजर आ रहे थे. जाहिर है तोगड़िया लोकसभा चुनाव से पहले मोदी को हिंदुत्व के साथ साथ उन मुद्दों पर भी घेरेंगे जो आम आदमी से सीधे जुड़े हैं.
प्रधानमंत्री मोदी का अपमान प्रवीण तोगड़िया के मंच से केंद्र की मोदी सरकार पर जम कर हमले किए गए. तोगड़िया ने मोदी को बड़ा भाई तो बताया लेकिन उन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. यहां तक तो ठीक था लेकिन कुछ वक्ताओं ने मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी की. एक ने मोदी को मुस्लिम परस्त बताते हुए बेहद आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा कि 'जांच करनी होगी कि मोदी हकीकत में क्या हैं'? ऐसी भाषा पर तोगड़िया से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि किसी को ऐसा नहीं बोलना चाहिए.