PM मोदी के ऐलान के बाद, देश के 2 बड़े बैंकों ने दिया नए साल का तोहफा

नई दिल्ली: घर कर्ज पर मासिक किश्त यानी ईएमआई या फिर कर्ज पर गाड़ी खऱीदने की लागत में कमी आएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के 24 घंटे के भीतर-भीतर देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने कर्ज पर ब्याज दरों में 90 बेसिस प्वाइंट्स तक की कटौती का ऐलान किया. अनुमान है कि 2008 के बाद की ये अब तक की सबसे बड़ी कमी है. 100 बेसिस प्वाइट्स का मतलब एक फीसदी होता है.
तकनीकी भाषा में कहें तो ये कटौती मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फड्स बेस्ड लेडिंग रेट्स यानी एमसीएलआर में की गयी है. एमसीएलआर का मतलब जो पैसा जमा है, उसकी लागत क्या है. ये व्यवस्था 1 अप्रैल 2016 से लागू की गयी. एमसीएलआर मे मार्जिन जोड़ कर घऱ कर्ज या दूसरे कर्ज पर ब्याज दरें तय की जाती है. आम तौर 1 साल के एमसीएलआर में 30-35 बेसिस प्वाइंट्स का मार्जिन जोड़ कर ग्राहकों की ओर से अदा की जाने वाली ब्याज दर तय की जाती है. अब उम्मीद है कि एसबीआई सोमवार को घर कर्ज और दूसरे कर्ज के लिए ब्याज दर का ऐलान करेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में बैकों से कहा था
“इतिहास गवाह है कि हिंदुस्तान के बैंकों के पास एक साथ इतनी बड़ी मात्रा में, इतने कम समय में, धन का भंड़ार पहले कभी नहीं आया था. बैंकों की स्वतंत्रता का आदर करते हुए मेरा आग्रह है कि बैंक अपनी परंपरागत प्राथमिकताओं से बाहर निकलकर अब देश के गरीब, निम्न मध्य वर्ग और मध्यम वर्ग को केंद्र में रखकर अपने कार्य का आयोजन करे. हिंदुस्तान जब पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मना रहा है. तब बैंक भी लोकहित के इस अवसर को हाथ से ना जाने दें. हो सके, उतना जल्दी लोकहित में उचित निर्णय करें और उचित कदम उठाएं.“
नोटबंदी के बाद से बैंकों को काफी बड़ी जमा मिली. चूंकि ये जमा बचत खाते और चालू खाते में मिले, लिहाजा इसकी लागत काफी कम है. औसत लागत 2 से सवा दो फीसदी के बीच है. इससे बैंकों को कर्ज पर ब्याज दर घटाने में मदद मिली.
रविवार की को गयी कटौती के बाद बैंक बीते साल जनवरी से लेकर अब तक ब्याज दरों में 2 फीसदी की कटौती कर चुका है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी एमसीएलआर में 0.65 फीसदी की कटौती की ऐलान किया है.
इसके पहले आईडीबीआई बैंक और स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर ब्याज दरो में कटौती का ऐलान कर चुके हैं.
भारतीय स्टेट बैंक की ओर से एमसीएलआर में की गयी कटौती कुछ इस तरह है.
घर कर्ज पर कितनी घट सकती है ईएमआई
(सांकेतिक)

भारतीय स्टेट बैंक के बाद, पंजाब नेशनल बैंक ने भी अपनी ब्याज़ दर में कटौती कर दी है - पंजाब नेशनल बैंक ने ब्याज दर में 0.7 फीसदी यानी 70 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की - पंजाब नेशनल बैंक का 1 साल का मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फड्स बेस्ड लेडिंग रेट्स यानी एमसीएलआर अब 9.15 फीसदी के बजाए 8.45 फीसदी होगा - अनुमान है कि इस कटौती की वजह से पीएनबी से लिए घऱ कर्ज पर ब्याज दर में 0.7 फीसदी की कमी आएगी.
Source: IOCL






















