कोरोना की तीसरी लहर जरूर आएगी, इसे टाला नहीं जा सकता: कोविड-19 पर केन्द्र के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार की बड़ी चेतावनी
कोरोना की खतरनाक दूसरी लहर बेहद जानलेवा साबित हो रही, जिसमें रोजाना साढे तीन हजार से लोगों की मौत हो गई है. केन्द्र सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकर ने बुधवार को तीसरी लहर की चेतावनी देते हुए कहा कि यह जरूर आएगी.
कोरोना की बेकाबू रफ्तार और रोजाना इसके नए मामले साढे तीन लाख के पार आने के चलते देश में स्थिति बेहद भयावह बनी हुई है. कोरोना की खतरनाक दूसरी लहर बेहद जानलेवा साबित हो रही, जिसमें रोजाना साढे तीन हजार से लोगों की जान जा रही है. इस बीच केन्द्र सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकर विजय राघवन ने बुधवार को तीसरी लहर की चेतावनी देते हुए कहा कि यह जरूर आएगी.
कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी
राघवन ने कहा कि वायरस संक्रमण के काफी मामले आ रहे हैं, इसलिए यह इस वक्त नहीं कहा जा सकता है कि कोरोना की तीसरी लहर कब आएगी. लेकिन यह अवश्य आएगी इसलिए हमें नई लहर के लिए तैयारी कर देनी चाहिए. स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को नहीं टाला जा सकता है.
उन्होंने कहा कि वैक्सीन को अपडेट करने की आवश्यकता पड़ेगी ताकि इस नए कोरोना स्ट्रेन से मुकाबला किया जा सके. उन्होंने उम्मीद जताई कि हमें नए लहर की तैयार कर देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि वैक्सीन अपग्रेड करने के साथ ही सर्विलांस की भी आवश्यकता होगी.
A phase three is inevitable, given the higher levels of circulating virus but it is not clear on what time scale this phase three will occur. We should prepare for new waves: K VijayRaghavan, Principal Scientific Advisor to Centre pic.twitter.com/c6lRzYaV2q
— ANI (@ANI) May 5, 2021
जानवरों ने मानव में नहीं फैल रहा कोरोना
दूसरी ओर, नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी.के पॉल ने बताया कि यह बीमारी जानवरों के जरिए नहीं फैल रही है, बल्कि मानव से मानव के बीच इसका संक्रमण फैल रहा है.
जबकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने यह साफ किया कि विदेशों से कोविड सहायता भेजी जा रही है इसको लेकर मंत्रालय स्तर पर निगरानी की जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि अंतर-मंत्रालय स्तर पर इसमें कुछ ज्वाइंट सेक्रेटरी ऑफसर्स, विदेश मंत्रालय के अधिकारी, कस्टम के अधिकारी और नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारी शामिल हैं.
वैक्सीनेशन को लेकर उन्होंने कहा कि 18 से 44 साल की आयु के 6 लाख 71 हजार लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है. केन्द्र सराकर ने आगे बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और उत्तर प्रदेश समेत 12 राज्यं में एक लाख से अधिक मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
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