अमित शाह ने कहा- आज ही के दिन हुई थी लोकतंत्र की हत्या, ममता बोलीं- पिछले 5 साल से है 'सुपर इमरजेंसी'
आज इमरजेंसी के 44 साल पूरे होने पर जहां पीएम मोदी समेत बीजेपी के नेता कांग्रेस पर इशारों-इशारों में निशाना साध रहे हैं. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है.

नई दिल्ली: आपातकाल के 44 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस पर इशारों-इशारों में निशाना साधा है. पीएम मोदी ने आपातकाल के खिलाफ लड़ने वाले लोगों को सलाम किया तो अमित शाह ने लोकतंत्र की हत्या का दिन बताया. इन सब से अलग पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया और कहा कि आज देश में सुपर इमरजेंसी है.
आज ही के दिन 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की थी और यह 21 मार्च 1977 तक चला. प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो के साथ ट्विटर पर लिखा, ''भारत उन सभी महान लोगों को सलाम करता है जिन्होंने आपातकाल का जमकर विरोध किया.''
India salutes all those greats who fiercely and fearlessly resisted the Emergency.
India’s democratic ethos successfully prevailed over an authoritarian mindset. pic.twitter.com/vUS6HYPbT5 — Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2019
गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ''1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गई. देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए. लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं. मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं.''
1975 में आज ही के दिन मात्र अपने राजनीतिक हितों के लिए देश के लोकतंत्र की हत्या की गयी। देशवासियों से उनके मूलभूत अधिकार छीन लिए गए, अखबारों पर ताले लगा दिए गए। लाखों राष्ट्रभक्तों ने लोकतंत्र को पुनर्स्थापित करने के लिए अनेकों यातनाएं सहीं।
मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं। pic.twitter.com/XzRc4vEdJS — Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2019
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ''25 जून, 1975 को आपातकाल की घोषणा और इसके बाद की घटनाएं, भारत के इतिहास के सबसे गहरे अध्यायों में से एक के रूप में चिह्नित हैं. इस दिन, हमें भारत के लोगों को हमेशा अपने संस्थानों और संविधान की अखंडता को बनाए रखने के महत्व को याद रखना चाहिए.''
The declaration of Emergency on June 25, 1975 and the incidents that followed, mark as one of the darkest chapters in India’s history.
On this day, we the people of India should always remember the importance of upholding the integrity our institutions and the Constitution. — Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 25, 2019
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमें अपने इतिहास से सबक लेना चाहिए और संस्थाओं की सुरक्षा के लिए लड़ना चाहिए. उन्होंने कहा, ''आज 1975 में लागू की गई इमरजेंसी की सालगिरह है. लेकिन पिछले पांच साल में देश सुपर इमरजेंसी से गुजरा है. हमें अपने इतिहास से सबक जरूर लेना चाहिए और देश की लोकतांत्रिक संस्थाओं की सुरक्षा के लिए लड़ना चाहिए.''
Today is the anniversary of the #Emergency declared in 1975. For the last five years, the country went through a ‘Super Emergency’. We must learn our lessons from history and fight to safeguard the democratic institutions in the country
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) June 25, 2019
आपको बता दें कि बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे की धुर विरोधी है. लोकसभा चुनाव के बाद से दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच कई मौकों पर झड़प की खबरें आती रही है. ममता बनर्जी केंद्र सरकार पर चुनाव आयोग, सीबीआई जैसे संस्थाओं के दुरुपयोग का भी आरोप लगाती रही हैं.
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Source: IOCL























