गुरुग्राम बम धमाके के मामले में NIA ने गोल्डी बरार समेत 5 लोगों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की छानबीन में यह बात सामने आई कि 10 दिसंबर, 2024 को गुरुग्राम के दो क्लबों में हुए बम धमाके प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल की बड़ी साजिश का एक हिस्सा था.

NIA Chargesheeted in Gurugram Bomb Blast: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हरियाणा के गुरुग्राम के दो क्लबों में बम धमाकों के केस में 5 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसमें मामले में कनाडा में रहने वाला और भारत में वांटेड आतंकवादी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार और अमेरिका में रहने वाला रंदीप सिंह उर्फ रंदीप मलिक का नाम भी शामिल है.
दहशत फैलाने और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने के मकसद से हमले का दिया था अंजाम
ये धमाके 10 दिसंबर, 2024 को हरियाणा के गुरुग्राम के सेक्टर-29 में के वेयरहाउस क्लब और ह्यूमन क्लब में हुए थे. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में यह बात सामने आई कि यह हमला प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल की बड़ी साजिश का एक हिस्सा था. इस हमले का मकसद हरियाणा और इसके आसपास के इलाकों में दहशत फैलाना, सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाना और शांति को भंग करना था.
देश की सुरक्षा और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कर रहे थे कोशिश
NIA की जांच में सामने आया कि इस आतंकी साजिश की प्लानिंग कनाडा में बैठे आतंकवादी सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार और उसके साथियों ने की थी. ये लोग न सिर्फ हमलों की प्लानिंग कर रहे थे, बल्कि पैसों की वसूली, हथियारों और विस्फोटकों का इंतजाम और आम लोगों के बीच डर फैलाकर देश की सुरक्षा और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे.
इस मामले से संबंधित तीन आरोपियों को NIA कर चुकी है गिरफ्तार
NIA के मुताबिक, इन सभी आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS), आर्म्स एक्ट, एक्सप्लोसिव सब्सटांस एक्ट और यूएपीए (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत केस दर्ज किया गया था. इस मामले में गोल्डी बरार और रंदीप मलिक को छोड़कर बाकी तीन आरोपी सचिन, अंकित और भाविश को गिरफ्तार किया जा चुका है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के मुताबिक, इस मामले में जांच अभी जारी है. एजेंसी इस नेटवर्क से जुड़े और लोगों की तलाश कर रही है और जल्द ही और गिरफ्तारियां भी हो सकती है.
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Source: IOCL























