CJI On Press: 'लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए जरूरी है पत्रकार पूछें...', अवॉर्ड समारोह में बोले सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़
भारत के प्रधान न्यायाधीश ने कहा, भारत के लोकतंत्र की जीवंतता के लिए यह बेहद जरूरी है कि पत्रकार बिना बदले के खतरे के सरकार से अपेक्षाकृत कठिन सवाल पूछ सकें.
CJI On Press Freedom: भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने एक बार फिर प्रेस की स्वतंत्रता की वकालत की. बुधवार (22 मार्च) को इंडियन एक्सप्रेस के रामनाथ गोयनका फाउंडेशन में बोलते हुए सीजेआई ने कहा, जब प्रेस को सत्ता से कठिन सवाल पूछने से रोका जाता है तब लोकतंत्र की जीवंतता से समझौता होता है.
उन्होंने कहा, मीडिया राज्य की अवधारणा में चौथा स्तंभ है और इस तरह वह हमारे लोकतंत्र का एक अभिन्न अंग है. एक लोकतंत्र में यह बेहद जरूरी है कि हमें उस पत्रकारिता को प्रोत्साहित करना चाहिए जो देश की सरकार से कठिन सवाल पूछ सके. किसी भी देश की लोकतंत्र की जीवंतता तब प्रभावित हो जाती है, जब प्रेस को ऐसा करने से रोक दिया जाता है. उन्होंने कहा, अगर किसी देश को स्वस्थ्य लोकतंत्र बने रहना है तो उस देश में प्रेस को स्वतंत्र रहना चाहिए.
'हम देश में फ्री प्रेस चाहते हैं'
सीजेआई ने प्रेस की स्वतंत्रता में सुप्रीम कोर्ट का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, हमने अपने कई फैसलों में प्रेस की स्वतंत्रता पर जोर दिया है. उन्होंने कहा, हमारा मानना है, जब तक भारत की स्वतंत्रता सुरक्षित रहेगी तब तक पत्रकार प्रतिशोध के खतरे से डरे बिना सत्ता से सच बोल सकते हैं.
मीडिया ट्रायल पर जताई चिंता
सीजेआई ने इस दौरान मीडिया ट्रायल पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा, ऐसा करके दीर्घकालिक परिणाम हो सकते हैं, क्योंकि वहां से ऐसी धारणा जन्म ले लेती हो जो व्यक्ति को ट्रायल से पहले ही जनता की नजरों में गुनहगार बना देती है.
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ 16वें रामनाथ गोयनका पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा जिम्मेदार पत्रकारिता सच के लाईट टॉवर की तरह होती है जो हमें बेहतर कल का रास्ता दिखा सकती है.
SC के फैसले पर भी जताई चिंता
सीजेआई ने कहा, भारत में पत्रकार जजों के भाषण और फैसलों का चुनिंदा तरीके से उद्धरण करते हैं. इस तौर-तरीके पर महत्वपूर्ण कानूनी विषयों पर जनता की समझ को विचलित करने की प्रवृत्ति है. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, सोशल मीडिया कई मायनों में पत्रकारों के लिए बदलाव लाने वाला रहा है और ऑनलाइन मंचों पर उनका अपने खुद के चैनल शुरू करने का अवसर मिला है.
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