India Energy Week 2025: OALP बिड राउंड X में 25 ब्लॉकों के नक्शे किए गए पेश, NDR 2.0 के नए अपडेट पर भी हुई चर्चा
India Energy Week 2025: भारत ऊर्जा सप्ताह 2025 के दूसरे दिन ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी के तकनीकी विश्लेषण पेश किए गए. इसी के साथ साथ नेशनल डेटा रिपॉजिटरी पर भी चर्चा की गई.

India Energy Week 2025: भारत ऊर्जा सप्ताह 2025 के दूसरे दिन, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हाइड्रोकार्बन (DGH) ने ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (OALP) बिड राउंड X के तहत उपलब्ध ब्लॉकों का विस्तृत अवलोकन और तकनीकी विश्लेषण प्रस्तुत किया. इस सत्र में ब्लॉकों के तकनीकी पहलुओं के साथ-साथ नेशनल डेटा रिपॉजिटरी (NDR) 2.0 के नवीनतम अपडेट पर भी चर्चा की गई. DGH के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. कौस्तव नाग और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के संयुक्त सचिव विनोद सेशन ने आगामी बिड राउंड में पेश किए जाने वाले 25 ब्लॉकों के विस्तृत नक्शे प्रस्तुत किए.
ये ब्लॉक लगभग 1,91,986.21 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करते हैं, जो OALP के तहत अब तक के सबसे बड़े एकल बिड राउंड को दर्शाते हैं, जो हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और लाइसेंसिंग पॉलिसी (HELP) का हिस्सा है. ये ब्लॉक 13 तलछटी बेसिनों में फैले हुए हैं, जिनमें शामिल हैं, 12 अल्ट्रा-डीप वाटर ब्लॉक, 1 डीपवाटर ब्लॉक, 6 शैलो-वाटर ब्लॉक,6 ऑनलैंड ब्लॉक.
तीन कैटेगरी में किया गया डिसाइड
इन ब्लॉकों को भूवैज्ञानिक और संसाधन क्षमता के आधार पर तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है. श्रेणी-I (9 ब्लॉक), वर्तमान में वाणिज्यिक उत्पादन में, श्रेणी-II (11 ब्लॉक), विकास और मुद्रीकरण के अधीन, श्रेणी-III (5 ब्लॉक), अन्वेषणाधीन और अभी तक खोजे जाने वाले.
विशेषज्ञों ने दिखाया तकनीकी विश्लेषण
इसके अलावा, ह्यूस्टन विश्वविद्यालय, बेसिप-फ्रैनलैब और हालीबर्टन के तकनीकी विशेषज्ञों ने OALP राउंड X ब्लॉकों का विस्तृत तकनीकी विश्लेषण प्रस्तुत किया. उनकी प्रस्तुतियों में सेडिमेंट थिकनेस मैप्स, बेसमेंट टाइम मैप्स और सीस्मो-भूवैज्ञानिक खंड शामिल थे, जो प्रस्तावित ब्लॉकों की हाइड्रोकार्बन क्षमता में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं.
बिना किसी परेशानी के डेटा कर सकेंगे डाउनलोड
इस सत्र में तेल क्षेत्र (विनियमन और विकास) अधिनियम के तहत प्रस्तावित महत्वपूर्ण नियामक परिवर्तनों पर भी प्रकाश डाला गया, जो निवेशकों के लिए अन्वेषण और उत्पादन को अधिक आकर्षक बनाने का प्रयास है. साथ ही, DGH के अतिरिक्त महानिदेशक आकाश गोयल ने NDR 2.0 का अवलोकन पेश किया, जिसमें इसकी उन्नत इंटरऑपरेबिलिटी और निवेशकों के लिए बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के डेटा डाउनलोड करने की सुविधा को रेखांकित किया गया, जो डेटा तक पहुंच और हितधारकों के लिए निर्णय लेने की प्रक्रिया को सरल बनाता है.
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Source: IOCL























