Independence Day: लाल किले से जम्मू कश्मीर समेत इन मुद्दों पर बोल सकते हैं पीएम मोदी, पाक को भी दे सकते हैं कड़ा संदेश
आज देश 73वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और कुछ ही देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहली लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित करने वाले हैं. ऐसे में आइए देखते हैं पीएम मोदी किन मुद्दों पर कर सकते हैं बात...

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर देश को संबोधित करेंगे. यह संबोधन कई मायनों में खास होगा. पीएम मोदी इस बार लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए अपने भाषण में जम्मू-कश्मीर और तीन तलाक जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रख सकते हैं. बता दें कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने हाल में ही दोनों मुद्दों से संबंधित कानून बनाया है जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पहले देश से वादा किया था. इन दो मुद्दों के अलावा पीएम मोदी शेष भारत के लिए भी कुछ बड़े ऐलान भी कर सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में किन मुद्दों पर बात करत सकते है.
1-जम्मू-कश्मीर और आर्टिकल 370
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने खत्म कर दिया. यह भारतीय जनता पार्टी का चुनावी वादा भी था जिसे उन्होंने पूरा किया. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया. सरकार के इस फैसले पर भी पीएम मोदी अपनी बात देश के नाम संबोधन में रख सकते हैं. बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रीय के नाम संबोधन में कहा था कि जब जम्मू-कश्मीर में हालात समान्य होंगे तो उसे पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि वहां जल्द चुनाव हो सकता है. इसके अलावा पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए विशेष पैकेज का भी एलान कर सकते हैं.
2- तीन तलाक
लाल किले के प्राचीर से पीएम मोदी ने देश से वादा किया था कि वह अपने मुस्लिम बहनों को न्याय दिलाएंगे और तीन तलाक के गैर कानूनी बनाएंगे. पिछले कार्यकाल में भी मोदी सरकार ने कई बार कोशिश की लेकिन हर बार लोकसभा से तीन तलाक बिल पास होने के बाद राज्यसभा में पास नहीं हो पाता था. इस बार अपने दूसरे कार्यकाल आते ही मोदी सरकार ने अपने इस वादे को पूरा किया और तीन तलाक बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पारित हो गई.
तीन तलाक को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार का मानना है था कि न्याय और जेंडर इक्वैलिटी के लिए ये बिल बहुत जरूरी है. सरकार की दलील ये भी थी कि 20 से ज्यादा ऐसे इस्लामिक देश हैं जहां तीन तलाक को असंवैधानिक और गैर इस्लामिक भी करार दिया जा चुका है. अब चूकि इसको लेकर कानून बन गया है तो अब लाल किले के उसी प्राचीर से एक बार फिर नरेंद्र मोदी अपने वादे को पूरा करने का जिक्र करते हुए इस पर बात कर सकते हैं.
3-‘स्वच्छ भारत’ और ‘आयुष्मान भारत’ पर कर सकते हैं बात
पीएम मोदी अपने भाषण में ‘स्वच्छ भारत’, ‘आयुष्मान भारत’ और भारत के अंतरिक्ष में पहले मानव मिशन के बारे में भी चर्चा कर सकते हैं. वह इस अवसर का उपयोग उनके नेतृत्व में हो रहे विकास को रेखांकित करने और अपनी सरकार के कामकाज का लेखाजोखा भी पेश करने के लिए करते रहे हैं. बता दें कि स्वच्छ भारत पीएम मोदी की महत्वकांक्षी योजनाओं में है और इसको लेकर मोदी सरकार के सभी मंत्रियों और बीजेपी नेताओं ने पिछले पांच साल में देश मे जागरुकता फैलाई है.
4- जल संरक्षण पर कर सकते हैं बात
पीएम मोदी ने इस बार जल संरक्षण जैसे गंभीर विषय को प्रमुखता से उठा सकते है. यह मुद्दा उनके दूसरे कार्यकाल की प्राथमिकताओं वाला एक मुद्दा है. बता दें कि अपने दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी ने जल शक्ति मंत्रालय बनाया है.
5-आतंकवाद पर कर सकते हैं बात
नरेंद्र मोदी सरकार ने अपनी प्राथमिकता बताते हुए कहा था कि उनकी सरकार आतंकवादियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी अपनाएगी. सरकार अपने वादे को पूरा करती हुई दूसरे कार्यकाल में संसद में गैर कानूनी गतिविधि निवारण संशोधन बिल (यूएपीए) 2019 पास कराया. इस विधेयक के तहत सरकार ऐसे लोगों को आतंकवादियों के तौर पर चिन्हित कर सकती है, जो आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त हैं, आतंक के लिए किसी को तैयार करते हैं या इसे बढ़ावा देते हैं. आतंकवाद पर नकेल कसने को लेकर पीएम मोदी अपने भाषण में बोल सकते हैं.
6-अपने पांच साल के कार्यकाल का विजन करे सकते हैं पेश
प्रधानमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल के पहले स्वतंत्रता दिवस समारोह में पीएम मोदी अगले पांच साल के लिए सरकार के विजन का ऐलान कर सकते है. इस दौरान पीएम मोदी बदलते भारत की जरूरत पर नया ऐलान भी कर सकते है.
7-पाकिस्तान पर साध सकते हैं निशाना पाकिस्तान ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद इस्लामाबाद से भारत के हाई कमिश्नर को वापस भेज दिया है. इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते खत्म करते हुए समझौता एक्सप्रेस को भी रोकने का ऐलान किया है. इतना ही नहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से लेकर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी तक भारत को जंग की गीदड़भभकी दे रहे हैं. ऐसे में भारत के प्रधानमंत्री पाकिस्तान के इस कदम पर क्या कुछ कहते है यह भी देखने वाली बात होगी. ऐसा माना जा रहा है स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी के भाषण में पाकिस्तान और विदेश संबंधों पर भी कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है.
8-बाढ़ प्रभावित राज्यों की मदद का कर सकते हैं एलान
देशभर में बरसात के कारण बाढ़ का कहर जारी है. कुल मिलाकर 9 राज्यों में बाढ़ का असर देखा जा रहा है. केरल, कर्नाटक, उत्तराखंड, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गोवा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी है.इन राज्यों में भारी जान-माल का नुकसान हुआ है. ऐसे में प्रधानमंत्री बाढ़ प्रभावित राज्यों की मदद के लिए कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं.
9-NRC पर भी बोल सकते हैं पीएम मोदी
इसके अलावा पीएम मोदी असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर सरकार की तैयारी पर भी बात कर सकते है. 31 अगस्त को इसके फाइनल आंकड़े जारी किए जाने है.
10- विश्व स्तर पर भारत बढ़ती धाक का कर सकते हैं जिक्र
अपने पहले कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी ने दुनिया के कई देशों की यात्रा की. उनके साथ संबंधों को एक नया आयाम दिया. पीएम मोदी ने दूसरे देशों का ध्यान भारत की तरफ खींचा. अमेरिका से लेकर रूस जैसे ताकतवर देशों ने पीएम मोदी के नेतृत्व की तारीफ की. वैश्विक सम्मेलनों में पीएम मोदी ने आतंकवाद और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर विस्तार से अपनी बात रखी. ऐसे में लाल किले से अपने भाषण में पीएम मोदी वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती धाक का जिक्र कर सकते हैं. बता दें कि दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी पहले विदेश दौरे पर 17 अगस्त को भूटान जाएंगे. में है.
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