चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने शपथ ग्रहण के बाद छुए मां के पैर
जस्टिस रंजन गोगोई ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश के रूप में शपथ ली. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें शपथ दिलाई. जस्टिस रंजन गोगोई ने पूर्व CJI दीपक मिश्रा की जगह ली है. जस्टिस गोगोई 45वें मुख्य न्यायधीश बने हैं.

नई दिल्ली: जस्टिस रंजन गोगोई भारत के 46वें चीफ जस्टिस बन गए हैं. आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. जस्टिस गोगोई ने शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति का धन्यवाद दिया. इसके बाद उन्होंने सभी गणमान्य लोगों का भी अभिवादन किया. लेकिन इसके बाद उन्होंने जो किया वो यादगार लम्हा बन गया.
जस्टिस गोगोई सीधे अपनी मां के पास गए और उनके पैर छुए. राष्ट्रपति भवन की ओर से ट्विटर पर इस समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग की गई. इस वीडियो में आप जस्टिस गोगोई को शपथ ग्रहण के बाद अपनी मां के पैर छूते हुए देश सकते हैं.
यहां देखें वीडियो:-
कौन हैं रंजन गोगोई? 18 नवंबर, 1954 को जन्मे न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने डिब्रूगढ़ के डॉन बोस्को स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा अर्जित की और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास की पढ़ाई की. असम के पूर्व मुख्यमंत्री केशव चंद्र गोगोई के बेटे न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने 1978 में वकालत के लिए पंजीकरण कराया था. उन्होंने संवैधानिक, कराधान और कंपनी मामलों में गुवाहाटी उच्च न्यायालय में वकालत की.Watch LIVE: Swearing-in-Ceremony of the Chief Justice of India Shri Justice Ranjan Gogoi at Rashtrapati Bhavan https://t.co/3kLEElsSBv
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 3, 2018
उन्हें 28 फरवरी, 2001 को गुवाहाटी उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. उनका नौ सितंबर, 2010 को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में तबादला किया गया था. उन्हें 12 फरवरी, 2011 को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. वह 23 अप्रैल, 2012 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किए गए.
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