भारत के चीफ जस्टिस ने कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट को बताया 'साइलेंट किलर', जानें क्या बोले सीजेआई
देश में कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप अब न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुका है. हालांकि अब भी तमाम लोग संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है.

कोविड-19 की तीसरी लहर में ओमिक्रोन वैरिएंट ने काफी कहर ढाया और लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया. अब धीरे-धीरे हालात सुधरते हुए नजर आ रहे हैं. इसी बीच भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस का ओमिक्रोन वैरिएंट ‘साइलेंट किलर’ है और इसके संक्रमण से उबरने में लंबा वक्त लगता है. यह टिप्पणी तब आयी जब उच्चतम न्यायालय बार संघ (एससीबीए) के अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील विकास सिंह ने शीर्ष न्यायालय से अदालत में लोगों की मौजूदगी में मुकदमों की सुनवाई पूरी तरह शुरू करने का अनुरोध किया. सीजेआई ने कहा कि अब संक्रमण के मामलों में 15,000 की वृद्धि हुई है.
वकील विकास सिंह ने कहा, ‘‘यह ओमिक्रोन वैरिएंट है, यह पहले के मुकाबले हल्का स्वरूप है.’’ इस पर सीजेआई ने कहा कि वह पहली लहर के दौरान चार दिनों में स्वस्थ हो गए थे, लेकिन तीसरी लहर में स्वस्थ होने में लंबा वक्त लग रहा है. न्यायाधीश रमण ने कहा, ‘‘यह साइलेंट किलर है....मैं पहली लहर में संक्रमित हुआ था, लेकिन चार दिनों में उबर गया था. लेकिन अब इस लहर में 25 दिन हो गए हैं और मैं अब भी इससे उबर नहीं पा रहा हूं.’’ एससीबीए अध्यक्ष ने कहा, ‘‘इस संबंध में आप दुर्भाग्यशाली रहे हैं, लेकिन लोग उबर रहे हैं.’’ इस पर सीजेआई ने कहा, ‘‘हम देखेंगे.’
देश में कोरोनावायरस के मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है और यही वजह है कि तमाम राज्यों ने अपने यहां पाबंदियों को खत्म करने का फैसला किया है. हालांकि अब भी कोरोनावायरस का कहर पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और हजारों लोग हर दिन इस संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. दूसरी तरफ कोरोना का वैक्सीनेशन भी तेजी से चल रहा है ताकि इस वायरस से जल्द से जल्द निजात मिल सके.
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