Landslide in Chamoli: पीएम मोदी ने की उत्तराखंड सीएम धामी से बात, हिमस्खलन में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू के बारे में ली जानकारी
Pushkar Singh Dhami: उत्तराखंड के माणा में हिमस्खलन के बाद फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया है. प्रशासन और सेना राहत कार्य में जुटे हैं और CM और PM स्थिति पर नजर बनाए हैं.

Uttarakhand Avalanche: उत्तराखंड में माणा के निकट हुए हिमस्खलन की वजह से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है. भारतीय सेना ने अब तक 50 श्रमिकों को बाहर निकाला है. इनमें से चार की इलाज के दौरान मौत हो गई. बाकी 5 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू जारी है. राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार (28 फरवरी) की शाम डिजास्टर कंट्रोल रूम का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को बचाव कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी शेयर की कि गंभीर रूप से घायल श्रमिकों को एयरलिफ्ट कर हायर सेंटर भेजने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर स्थिति की जानकारी ली और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है.
मजदूरों को बचाने बद्रीनाथ धाम भेजे गए दो हेलीकॉप्टर
माणा में चल रहे एवलांच रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत जोशीमठ बेस कैंप से हेली रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. खराब मौसम और भारी बर्फबारी की वजह से सड़क मार्ग ब्लॉक होने से राहत कार्यों में चुनौतियां आ रही हैं. इसलिए प्रशासन ने दो प्राइवेट हेलीकॉप्टरों को बद्रीनाथ धाम की ओर भेजा है ताकि फंसे मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जा सके.
फंसे मजदूरों के परिवारों के लिए हेल्पलाइन जारी
राज्य सरकार ने फंसे हुए मजदूरों के परिवारों की सहायता के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की है. मुख्यमंत्री ने सभी मजदूरों की सकुशल वापसी की प्रार्थना करते हुए कहा कि प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में जुटा है.
बिहार, यूपी, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के मजदूर प्रभावित
डिजास्टर मैनेजमेंट सचिव विनोद कुमार सुमन के अनुसार शुरुआती रिपोर्ट में 57 मजदूरों के फंसे होने की खबर थी, लेकिन जांच के बाद ये संख्या 55 निकली. ये मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों के रहने वाले हैं. हालांकि 10 मजदूरों के गृह राज्य की जानकारी अब तक उपलब्ध नहीं हो पाई है.
Source: IOCL





















