वोटर लिस्ट से काटे जाएंगे 56 लाख वोटर्स के नाम, चुनाव आयोग ने बिहार SIR पर जारी किए नए आंकड़े
Bihar SIR: चुनाव आयोग ने बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन यानी SIR के तहत नए आंकड़े जारी किए हैं. ECI ने कहा कि अब तक प्राप्त फॉर्म के 90.89 प्रतिशत यानी करीब 7.17 करोड़ फॉर्म डिजिटाइज किए जा चुके हैं.

बिहार में चल रही विशेष मतदाता सत्यापन प्रक्रिया यानी SIR की प्रक्रिया का पहला चरण पूरा होने में अब केवल दो दिन का समय बचा है. शुक्रवार (25 जुलाई, 2025) को भारतीय चुनाव आयोग (ECI) की मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण का पहला चरण समाप्त हो जाएगा और पुनरीक्षण प्रक्रिया के पहले चरण के तहत 56 लाख मतदाताओं का नाम बिहार मतदाता सूची से कटना तय है.
चुनाव आयोग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बिहार के 56 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम एक अगस्त को आने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची में नहीं होंगे. जबकि 22 जुलाई यानी 24 घंटे पहले ऐसे मतदाताओं की संख्या करीब 52 लाख थी, मुमकिन है कि अगले दो दिनों के दौरान ये आंकड़ा और बढ़ जाए. लेकिन पिछले 24 घंटे में जो आंकड़े आधिकारिक तौर पर सामने आए हैं, उसमें दो और दिलचस्प आंकड़े भी है, जिनको लेकर राजनीति गर्मा सकती है.
22 जुलाई को जारी आंकड़ों में क्या थी संख्या
हालांकि, चुनाव आयोग के 22 जुलाई के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार में मृत मतदाताओं की जो पहचान हुई है वह 18.66 लाख थी, जो 23 जुलाई को बढ़कर करीब 20 लाख पहुंच गई. यानी 24 घंटे में करीब 1.5 लाख ऐसे लोगों का नाम आधिकारिक सूची में जुड़ गए, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. वहीं 22 जुलाई से लेकर 23 जुलाई यानी 24 घंटे के बीच करीब 90 हजार ऐसे लोगों की संख्या भी बढ़ गई है. इसके अलावा, जिनका पता नहीं चल पा रहा है. 22 जुलाई को जहां यह संख्या करीब 11,000 थी जो 23 जुलाई को बढ़ाकर करीब 1 लाख हो गई.
बिहार वोटर SIR के तहत सामने आए ताजा आंकड़े
भारतीय चुनाव आयोग की तरफ से बुधवार (23 जुलाई) को जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक,
- करीब 20 लाख मतदाता मृत पाए गए
- करीब 28 लाख मतदाता स्थानांतरित हो चुके हैं
- 7 लाख से ज्यादा मतदाताओं के नाम एक से अधिक स्थानों पर दर्ज हैं
- 1 लाख से ज्यादा ऐसे मतदाता हैं, जिनका पता नहीं चल पाया है
इन आंकड़ों के आधार पर ये कुल संख्या 56 लाख से ज्यादा मतदाताओं की है. हालांकि, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) सत्यापन प्रक्रिया के तहत अब तक बिहार के कुल मतदाता संख्या के 98.01 प्रतिशत का सत्यापन कर चुका है और इनमें से 90.89 प्रतिशत यानी करीब 7.17 करोड़ फॉर्म डिजिटाइज किए जा चुके हैं.
15 लाख मतदाताओं ने नहीं भरे अपने फॉर्म
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, अब आखिरी दो दिन बचें हैं, लेकिन अभी तक करीब दो प्रतिशत यानी करीब 15 लाख मतदाता ऐसे भी हैं, जिन्होंने अभी तक अपना गणना फॉर्म नहीं भरा है. हालांकि, चुनाव आयोग की तरफ नियुक्त BLO राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त BLA के साथ मिलकर ऐसी सभी मतदाताओं के बारे में जानकारी जुटाने का काम कर रहे हैं, जिनके बारे में अब तक जानकारी नहीं मिली है. ऐसे में राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त BLA की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ये फैसला करेगा कि किन मतदाताओं के नाम 1 अगस्त को आने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची में शामिल किए जाएंगे.
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Source: IOCL