रामचरितमानस विवाद: स्वामी प्रसाद मौर्य पर भड़के जगद्गुरु परमहंस, बोले- दलित ही करेगा इनके खिलाफ FIR
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि उन्हें रामचरितमानस से कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसके कुछ हिस्सों में विशेष जातियों और संप्रदायों पर अपमानजनक टिप्पणियां और कटाक्ष हैं. उन्हें हटा दिया जाना चाहिए.
Jagadguru Paramhans: अयोध्या के जगद्गुरु परमहंस ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि वह मौर्य का सिर लाने वाले को 500 रुपये का इनाम देंगे. बीते रविवार को उत्तर प्रदेश में एक प्रमुख ओबीसी नेता माने जाने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि इसमें दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है.
सपा नेता ने कहा, "मुझे रामचरितमानस से कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसके कुछ हिस्सों में विशेष जातियों और संप्रदायों पर अपमानजनक टिप्पणियां और कटाक्ष हैं. उन्हें हटा दिया जाना चाहिए." मौर्य ने आगे दावा किया कि तुलसीदास की रामचरितमानस में दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्द हैं.
'उनके बयान से देश भर के लोग परेशान हैं'
एएनआई से बात करते हुए परमहंस ने कहा, "एक नेता के लिए सभी धर्म समान होते हैं हैं. रामचरितमानस पर उनके बयान से देश भर के लोग परेशान हैं, खासकर महिलाएं और दलित. रामचरितमानस में महिलाओं और दलितों का सम्मान किया गया है. सभी बेटियों और माताओं का सम्मान किया गया है. हम उनके बयान से दुखी हैं."
'सिर लाने वाले को दूंगा 500 रुपये'
उन्होंने आगे कहा, "दलित स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगा. मैं स्वामी प्रसाद मौर्य का सिर लाने वाले को 500 रुपये, जीभ लाने वाले को 300 रुपये और नाक लाने वाले को 200 रुपये दूंगा." परमहंस ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य पर तत्काल रूप से कार्रवाई की जानी चाहिए.
'वह पागल कुत्ता बन गए हैं'
इस बीच, रामजन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने एएनआई से कहा, "देखिए, अखिलेश यादव के समर्थन के कारण वो ऐसी बातें बोल रहे हैं... बीएसपी और बीजेपी में रहते हुए उन्होंने कभी इस तरह की बातें नहीं कीं. एसपी और बीएसपी में रहते हुए उन्हें कभी भी ऐसी बातें बोलने की आजादी नहीं दी गई. वह पागल कुत्ता बन गए हैं."
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