लोकसभा के 91 घंटे 59 मिनट बर्बाद हुए ये ठीक नहीं: स्पीकर

नई दिल्ली: नोटबंदी के मुद्दे पर संसद के शीतकालीन सत्र के लगभग पूरी तरह हंगामे की भेंट चढ़ने के बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज कहा कि सत्र के दौरान लोकसभा में 21 बैंठकों में मात्र 19 घंटे कार्यवाही हुई और व्यवधान के कारण 91 घंटे 59 का समय नष्ट हुआ है जो अच्छी बात नहीं है और इससे जनता में हमारी छवि धूमिल होती है.
लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा करने से पहले लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ मुझे आशा है कि आगामी सत्रों में कोई व्यवधान नहीं होगा और हम सभी बेहतर ढंग से कार्य करेंगे जिसके परिणामस्वरूप सार्थक चर्चाएं एवं सकारात्मक विचार विमर्श होंगे. मुझे सभा के सभी वर्गो के नेताओं और सदस्यों से समर्थन मिलने का विश्वास है. ’’
सुमित्रा महाजन ने कहा कि ''इस सत्र के दौरान सभा की 21 बैठकें हुई जो 19 घंटे चली. सत्र में व्यवधान के चलते बाध्य होकर सभा स्थगित किये जाने के कारण 91 घंटे और 59 मिनट का समय नष्ट हुआ जो हम सभी विशेष तौर पर मेरे लिए अच्छी बात नहीं है. इससे जनता में हमारी छवि धूमिल होती है.
अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ मैं आशा करती हूं कि आगामी नए साल हमारे जीवन में नई आशा और नई ऊर्जा का संचार करेगा और हम सार्थक रूप से संकल्प लें कि नए साल में हम यह सुविचारित निर्णय लेंगे कि हम सभी उपलब्ध संसदीय माध्यमों का प्रयोग करते हुए अपने मतभेद और असहमति यदि कोई हो, उसे पुरजोर तरीके से दर्ज करायेंगे और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि सभा में कम व्यवधान और अधिक चर्चाएं हो. ’’
उन्होंने कहा कि इस सत्र में महत्वपूर्ण वित्तीय, विधायी और अन्य कार्यो का निपटान किया गया. सभा में वर्ष 2016-17 के अनुदान की अनुपूरक मांगों के दूसरे बैच और 2013-14 के अतिरिक्त अनुमदान की मांगों पर संयुक्त चर्चा हुई और इसके बाद मांगों पर मतदान हुआ और संबंधित विनियोग विधेयक पारित हुए.
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